Haryana News: 18 लोगों से एक करोड़ 36 लाख की ठगी, फर्जी कंपनी खोल अधिक मुनाफा कमाने का दिया झांसा
हरियाणा में एक फर्जी कंपनी ने 18 लोगों से 1 करोड़ 36 लाख रुपये की ठगी की है। आरोपियों ने मेटा-एफ प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कुरुक्षेत्र करनाल और कैथल में कंपनी चलाई थी। कंपनी ने लोगों को प्रॉपर्टी इन्वेस्ट शेयर मार्केट ब्रोकर हाउस क्रिप्टो सहित अन्य कार्यों में निवेश करने का लालच दिया था। कुछ महीनों तक कंपनी ने लोगों को ब्याज भी दिया।

जागरण संवाददाता, कैथल। कुछ लोगों ने मिलकर एक फर्जी कंपनी खोल लोगों को विभिन्न तरीकों से पैसे लगाकर ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच दिया। लोगों ने विश्वास में आकर पैसे लगाए तो कंपनी बाद में फर्जी पाई गई और लोगों के करीब एक करोड़ 36 लाख रुपये लेकर फरार हो गई।
गांव थेहबनेड़ा निवासी जगसीर और पिहोवा निवासी जसविंद्र की शिकायत पर कुरुक्षेत्र निवासी गौरव प्रताप, रामशरण और दिनेश के विरुद्ध चीका थाना में केस दर्ज किया गया। शिकायत में बताया कि आरोपितों ने मिलकर मेटा-एफ प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कुरुक्षेत्र, करनाल और कैथल में कंपनी चलाई थी। अगस्त 2022 में उनकी जान पहचान आरोपितों के साथ हुई थी।
दूसरे लोगों को जोड़ने का बनाया दबाव
आरोपितों ने कहा था कि उनकी कंपनी प्रॉपर्टी इन्वेस्ट, शेयर मार्केट, ब्रोकर हाउस, क्रिप्टो सहित अन्य कार्य करती है। कंपनी में पैसा लगाने पर चार से पांच प्रतिशत का ब्याज हर महीने मिलेगा। उनकी बातों में आकर जसविंद्र ने चार लाख रुपये और जगसीर ने साढ़े पांच लाख रुपये लगा दिए थे। कुछ महीनों तक कंपनी ने उन्हें पैसे भी दिए।
इसके बाद आरोपितों ने कहा कि कंपनी के साथ दूसरे लोगों को जोड़ों इससे अच्छा पैसा मिलेगा। उनकी बातों में आकर अपने जानकार अमरीक सिंह, लक्ष्मण सिंह, बसंत, सत्यवान, बलबीर सिंह, हरप्रीत सिंह, राजपाल, आकाश, सतपाल, दिलबाग राणा, संदीप, गुरतेज, ज्ञान, नरेश, सुनील व चरणा को छोड़ दिया था। सभी ने मिलकर कंपनी में एक करोड़ 36 लाख रुपये लगा दिए थे।
कुछ समय तक दिया ब्याज
कुछ समय तक आरोपितों ने सभी को ब्याज दिया। उन्हें आश्वासन दिया कि 24 महीने में मूल राशि वापस कर दी जाएगी या पैसे के बदले कलायत में जो कंपनी की जमीन है उसे दे दिया जाएगा। कंपनी की तरफ से विज्ञापन भी जारी करवाया गया कि मई 2024 से जून 2024 तक एक ऑफर निकाला हुआ है, जिसमें सात हजार से ज्यादा डॉलर लगाने पर सात प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा।
कंपनी ने इसमें पैसे लगाने के लिए भी सभी पर दबाव बनाया। उन्हें कंपनी पर शक हुआ तो अपने पैसे वापस मांगे। इसके बाद आरोपितों ने फोन उठाने बंद कर दिए। जहां भी कंपनी के कार्यालय थे, उन्हें बंद कर दिया गया। उन्होंने अपने स्तर पर जांच की तो कंपनी के सभी कागजात फर्जी पाए गए।
आरोपितों ने धमकी दी कि अगर पैसे लेने घर आए तो छेड़छाड़ का झूठा केस दर्ज करवा देंगे। ऐसे करके आरोपितों ने उनसे और उनके रिश्तेदारों से एक करोड़ 36 लाख रुपये की ठगी की है। चीका थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच एसआई विक्रम को सौंप दी है।
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