कौन थे धन्ना भगत? जिनके रास्ते पर चल किसान हित में काम कर रही सरकार, CM नायब बोले- मुआवजे के रूप में दिए 14 हजार करोड़
धन्ना भगत जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शिरकत की। उन्होंने धन्ना भगत के समाज और भक्ति के लिए किए गए कार्यों को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि धन्ना भगत ने साधारण किसान परिवार में जन्म लेकर जो स्थान पाया वह बहुत विशेष बात है। उन्होंने पूरी मानवता को सत्य का मार्ग दिखाया है। किसानों की भलाई होती है।

जागरण संवाददाता, जींद/उचाना। उचाना में रविवार को प्रदेश स्तरीय धन्ना भगत जयंती समारोह मनाया गया। इसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शिरकत की। नेताओं ने धन्ना भगत के समाज व भक्ति के लिए किए गए कार्यों पर उन्हें याद किया। मुख्यमंत्री ने धन्ना भगत के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। कई पंथों से पहुंचे संतों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। इस पर संतों ने आशीर्वाद स्वरूप उन्हें चंदन व तुलसी की मालाएं भेंट की।
इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक व राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला ने धन्ना भगत की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि धन्ना भगत ने साधारण किसान परिवार में जन्म लेकर जो स्थान पाया, वह बहुत विशेष बात है।
यह दिन धन्ना भगत की उस सादगी, विश्वास और प्रेम की याद दिलाता है, जिसके बल पर एक साधारण किसान ने ईश्वर को अपने हृदय में बसा लिया। उन्होंने पूरी मानवता को सत्य का मार्ग दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार कई योजनाओं के जरिए संतों के विचारों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। धन्ना भगत ने संदेश दिया था कि सच्चा धर्म वही है जो मनुष्य का साथ देता है।
'14 हजार करोड़ किसानों को मुआवजे के रूप में दिए'
उन्होंने कोई ग्रंथ नहीं लिखा, लेकिन उनको लेकर कई संतों ने अपने ग्रंथों में उनका उल्लेख किया है। सरकार धन्ना भगत के जीवन से प्रेरणा लेकर कई योजनाएं चला रही है। धन्ना भगत जानते थे कि किसान के जरिये ही देश विकास करेगा। इसलिए सरकार ने किसानों के लिए नकली बीज पर रोकथाम के लिए कानून बनाया है।
अंग्रेजों के समय से चल आ रहे अबियाना को समाप्त किया है। हरियाणा में किसानों की 24 फसलें एमएसपी पर खरीदने का फैसला किया है। एमएसपी पर फसलों की खरीद की 12 लाख किसानों के खातों में एक लाख 29 करोड़ रुपये की राशि भेजी गई है।
20 लाख किसानों के खातों में छह हजार करोड़ रुपये केंद्र सरकार भेज रही है। सरकार ने पिछले दस वर्षों में 14 हजार करोड़ रुपये किसानों को मुआवजे के रूप में दिए हैं।
बिजली के खंभों के लिए बनाई मुआवजा नीति
नायब सैनी ने कहा कि खेतों से हाईटेंशन बिजली लाइन के लिए भी सरकार ने मुआवजा नीति बनाई है। किसानों को मार्केट दर से छह गुणा तक राशि दी जाती है। वहीं जहां से हाईटेंशन बिजली के तार जाते हैं, उस जमीन पर भी मार्केट से तीन गुणा अधिक मुआवजा राशि दी जाती है।
पंचायती जमीन पर 20 वर्षों से आबाद उन्हें मालिकाना हक दिया। इसके लिए 2004 का कलेक्टर रेट लिया जा रहा है। सरकार धन्ना भगत के बताए रास्तों पर चलकर गोवंश संरक्षण और नशे के खिलाफ अभियान चला रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।