हरियाणा में हुई अनोखी शादी, दूल्हे ने दहेज लेने से किया इनकार, दुल्हन से मांगा यह अनमोल उपहार
हरियाणा में एक दूल्हे ने शादी में दहेज ना लेकर एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत उसने जेवर आदि लेने से मना कर दिया। उसने दुल्हन के परिवार वालों से एक अनमोल उपहार लिया। दूल्हे ने दुल्हन के हाथ से पक्षियों के मीनार की नींव भी रखवाई। मीनार में 1500 से अधिक पक्षियों को रहने के लिए घर मिलेगा। दूल्हे का परिवार समाज को संदेश देना चाहता है।

जागरण संवाददाता,जींद। गांव पांडू पिंडारा निवासी नंबरदार जय भगवान पिंडारा के बेटे सुधीर पिंडारा ने बिना दहेज की गांव घोघड़ियां निवासी प्रकाश की बेटी पिंकी से की है।
प्रकाश ने नंबरदार जयभगवान पिंडारा को शादी में सामान, जेवर व अन्य सामान देना चाहा। बार-बार कहने के बावजूद नंबरदार जय भगवान पिंडारा ने दान स्वरूप कुछ भी लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि समाज में दहेज की गलत प्रथा फैली हुई है।
जिसको पूरा न करना एक लड़की के पिता के लिए शर्मिंदगी का विषय बन जाता है। उन्हें वे अपनी पढ़ी लिखी बेटी दे रहे हैं। उनके लिए ये बहुत बड़ी बात है। अगर फिर भी वे दहेज देना चाहें,तो वे पांच पौधे दहेज के रूप में लेंगे।
दोनों परिवारों ने इस बात पर जताई सहमति
दोनों परिवारों ने इस बात पर सहमति जताई। नंबरदार ने कहा कि दहेज में लिए पांच पौधे एक अनूठा और सकारात्मक विचार है जो समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ एक नई सोच को जन्म देता है।
दहेज के रूप में अनावश्यक धन, गहने या उपहार लेने के बजाय यदि हम प्रकृति को संवारने का संकल्प लें तो यह समाज और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद होगा। वधु के पिता प्रकाश ने कहा कि महंगे उपहारों और नकदी के बजाय,पौधों का आदान-प्रदान करके एक साधारण और सुंदर परंपरा शुरू की जा सकती है।
पक्षियों के मीनार के लिए नींव भी रखवाई
सुधीर पिंडारा ने कहा कि वे जिस प्रकार से पहले भी पक्षियों और अन्य जीवों की सेवा का काम करते आए हैं। वैसे ही वे अपनी शादी भी प्रकृति से जोड़ कर करना चाहते थे।
दहेज रहित शादी करने का विचार उनका शुरू से ही रहा है। मगर दहेज में पौधे लेकर समाज में फैली गलत प्रथा के खिलाफ कदम बढ़ाकर भ्रूण हत्या और बेटियों पर होने वाले अत्याचारों को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। शादी के अवसर पर उन्होंने पक्षियों के मीनार की नींव भी रखवाई है। इस मीनार में 1500 से ज्यादा पक्षियों को रहने के लिए घर मिलेगा।
यह भी पढ़ें-Haryana News: पांचवीं बेटी होने से परेशान मां ने फंदा लगाकर दी जान, बेटे की चाहत में कई महीनों से थी परेशान
पांचवी बेटी होने पर महिला ने की आत्महत्या
वहीं एक दूसरी खबर में रायपुर गांव में किरण ने शुक्रवार रात को घर के आंगन की दीवार के लेंटर में लगे सरिये से रस्सी का फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। स्वजन के मुताबिक किरण को पांच बेटियां हैं। सबसे छोटी बेटी की उम्र आठ महीने है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।