संत कबीरदास का रेखा चित्र बनाकर किया नमन
जागरण संवाददाता झज्जर क्षेत्र के गांव भदाना की चौपाल में कबीर जयंती की पूर्व संध्या पर भूगोल
जागरण संवाददाता, झज्जर: क्षेत्र के गांव भदाना की चौपाल में कबीर जयंती की पूर्व संध्या पर भूगोल प्राध्यापक मुकेश शर्मा और अंशुल शर्मा ने संत कबीर दास का रेखाचित्र बनाया। मुकेश शर्मा ने बताया कि कबीरदास जी की 622 वीं जयंती पूरे भारत वर्ष में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी । कबीरदास जी का जन्म वाराणसी में एक जुलाहा परिवार में हुआ था । जुलाहा जाति सूत कातकर कपड़ा बुनने का कार्य करती थी । उनकी माता का नाम नीरू, पिता का नाम नीमा था । उनकी पत्नी का नाम लोई था । उनके दो बच्चे थे जिनका नाम कमाल व कमाली था । वह एक समाज सुधारक, कवि व ऐसे सन्त थे जिनकी रचनाओं ने अनन्त भक्ति संदेश दिया । जन-जन को द्वेष, आडंबर मुक्त कर समाज में समानता लाने का प्रयास किया । उन्होंने अपनी रचनाओं से सभी को प्रभावित किया । उनकी रचनाएं व दोहे आज भी हिदी साहित्य में विद्यार्थियों को पढ़ाए जाते हैं । कबीरदास ने समाज में भटके हुए लोगों को सच्चा मार्ग दिखाकर उनका जीवन भव सागर से पार उतार दिया । उनकी मृत्यु मगहर में हुई । इस दौरान पूर्व सैनिक देवीदत्त शर्मा, सूबेदार सुभाष शर्मा, श्रीभगवान कौशिक , रमेश कौशिक, मास्टर वेदप्रकाश, वेदपाल, गोपाल, अंकुश, केशव शर्मा, धीरज, सचिन, रवि वशिष्ठ,नसीब कौशिक, धर्म कौशिक, अर्जुन शर्मा, अलीशा शर्मा सहित काफी संख्या में लोगों ने नमन किया।
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