बच्चों की फीस भरने का नहीं था पैसा, खेती की और बेटे को बना दिया कमांडो; आप भी करेंगे इस मां को सलाम
Mothers day 2025 हरियाणा (Haryana News Hindi) के हांसी जिले के देपल गांव की राजपति देवी एक प्रेरणादायक मां हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए संघर्ष किया। उनके बेटे सतप्रकाश आज एनएसजी कमांडो बनकर देश सेवा कर रहे हैं। राजपति देवी का त्याग और परिश्रम हर माँ के लिए एक मिसाल है।

सुमित कुमार, हांसी। Mother's day 2025: मां एक शब्द नहीं, बल्कि त्याग, प्रेम और संघर्ष की सबसे बड़ी परिभाषा हैं। आज इस मातृ दिवस पर हम आपको अवगत कराते हैं, हिसार जिले के हांसी तहसील के देपल गांव की राजपति देवी से, जो एक साधारण, लेकिन महान मां हैं।
इनकी कहानी हर उस मां के लिए प्रेरणा हैं, जो सीमित साधनों में भी अपने बच्चों के सपनों को साकार करने का जज्बा रखती हैं। मां ने परिवार सहित मेहनत की और बेटे को कमांडो बनाया। वह आज देश सेवा कर रहा है।
कई बार फीस भरना भी हो जाता था मुश्किल
राजपति देवी का जीवन एक मिसाल हैं उस संघर्ष का, जो उन्होंने अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए झेला हैं। आर्थिक तंगी, संसाधनों की कमी और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी। पति होशियार सिंह एक मेहनती किसान थे, जिनकी सीमित जमीन और आमदनी में घर चलाना बेहद कठिन था।
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कई बार तो बच्चों की स्कूल फीस भरना भी मुश्किल हो जाता था, लेकिन मां ने बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी। उन्होंने खेतों में पति के साथ दिन-रात मेहनत की और साथ ही घर और बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी पूरी निष्ठा से निभाई। मां ने न केवल आर्थिक तंगी से लड़ा, बल्कि अपने बच्चों को नैतिकता, अनुशासन और सेवा की भावना से भी ओतप्रोत किया।
इस संघर्ष पूर्ण यात्रा में गांव देपल का सहयोगी समाज भी एक मजबूत आधार बना। पडोसियों, रिश्तेदारों और गांव वालों ने इस परिवार का हर मोड पर मनोबल बढ़ाया। यह गांव आज भी उस सामाजिक एकता की मिसाल हैं, जहां लोग एक-दूसरे का हाथ थामकर आगे बढ़ते हैं।
राजपति देवी की तपस्या का फल आज उनके बच्चे हैं-
- - सबसे बड़े बेटे सतपाल हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में कार्यरत हैं। बेहद ईमानदार ओर परिश्रमी सतपाल अपने माता-पिता को भगवान से कम नहीं मानते हैं।
- - छोटे बेटे सतप्रकाश ने देश सेवा के लिए खुद को समर्पित किया और आज वह एनएसजी यानि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड कमांडो हैं, जो एक ऐसा गौरव पूर्ण पद हैं, जो शारीरिक और मानसिक रूप से सबसे मजबूत लोगों को ही मिलता हैं।
- - बेटी सुमन की शादी भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी से हुई हैं। आज भी सुमन सैन्य जीवन में अपने परिवार की उन जड़ों को संजोए हुए हैं, जिनमें उसकी मां की परवरिश की झलक साफ नजर आती हैं।
राजपति देवी की आंखों में आज सुकून और गर्व दोनों हैं। यह सुकून उन्हें संघर्षों के समंदर को पार करके मिला हैं। उनकी कहानी न केवल देपल गांव बल्कि पूरे हरियाणा और देश के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। इस मातृ दिवस पर राजपति देवी को सलाम जिन्होंने अपने त्यागे, प्रेम और अथक परिश्रम से यह साबित कर दिया कि मां सिर्फ जन्म नहीं देती, बल्कि अपने संघर्ष से जीवन गढ़ती हैं।
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