नीलम को लेकर जींद जाएगी दिल्ली पुलिस, सरकार के खिलाफ हर आंदोलन में लिया भाग; जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे
लोकसभा के बाहर नारेबाजी करने और स्माॉक छोड़ने के मामले में पकड़ी गई जींद निवासी नीलम हिसार में डेढ़ साल से एक्टिव थी। सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलन में वह भाग लेने के लिए पहुंच जाती थी। वहीं आज नीलम को लेकर दिल्ली पुलिस हिसार और उसके गांव पहुंच सकती है। शहर के संगठनों ने बताया कि नीलम सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलन में पहुंच जाती थी।

जागरण संवाददाता, हिसार। Parliament Security Breach News: लोकसभा के बाहर नारेबाजी करने और स्माेक छोड़ने के मामले में पकड़ी गई जींद के घसो खुर्द निवासी नीलम हिसार में डेढ़ साल से एक्टिव थी।
सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलन में वह भाग लेने के लिए पहुंच जाती थी। वहीं, आज नीलम को लेकर दिल्ली पुलिस हिसार (Hisar News) और उसके गांव पहुंच सकती है।
घटना से पांच दिन पहले पीजी में रुकी थी नीलम
पुलिस की जांच में अभी तक सामने आया कि 25 नवंबर को पीजी छोड़कर जाने वाली नीलम घटना के करीब पांच दिन पहले एक रात रूककर गई थी। उसका सामान अभी कमरे में है।
उस कमरे को पुलिस ने ताला लगा दिया है। वहां पर महिला पुलिस सहित पीसीआर तैनात हैं। पुलिस दिल्ली पुलिस या अन्य एजेंसियों के आने का भी इंतजार कर रही हैं।
विरोध-प्रदर्शनों में शामिल रही है नीलम
लोकसभा के बाहर स्मोक करने वाली नीलम ने 25 अप्रैल 2022 को हिसार में बेरोजगारी को लेकर युवाओं के साथ लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया था। नीलम ने उस समय बातचीत करते हुए रोजगार देने की मांग उठाई थी।
इसके बाद सितंबर 2022 में कापड़ो के विक्रम नाम के युवक की मौत के मामले में चले लंबे आंदोलन में भाग लेने भी आई थी। शहर के संगठनों ने बताया कि नीलम सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलन में पहुंच जाती थी। इसके अलावा जींद में वह मनरेगा और किसान आंदाेलन में भी पहुंची थी।
पुलिस ने कब्जे में ली डीवीआर
रामपुरा मोहल्ला में मौजूद श्रीबालाजी गल्र्स पीजी में लगे कैमरों की डीवीआर को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। इसमें पूरा रिकॉर्ड हैं। इसके अलावा पुलिस की तरफ से पीजी के आस पास लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में लिया है। इसको कब्जे में लेने के बाद जांच एजेंसियों को दी जाएगी।
नीलम के कमरे पर लगाया ताला
पुलिस जांच में सामने आया कि नीलम घटना के दिसंबर में करीब पांच दिन पहले एक दिन रात को आकर रूकी थी और अगले दिन आधा सामान लेकर चली गई थी। उससे पहले वह 25 नवंबर को पीजी छोड़ कर जा चुकी थी। अभी पुलिस की तरफ से नीलम के मामले में दिल्ली पुलिस या अन्य जांच एजेंसी के हिसार आने का इंतजार किया जा रहा है। तक तब पुलिस ने नीलम के कमरे को बंद किया हुआ है।
दिसंबर तक पीजी का होना है कॉट्रेक्ट खत्म
पुलिस जांच में सामने आया कि श्रीबालाजी गल्र्स पीजी को सुनील नाम का व्यक्ति संभाल रहा है। यह पीजी सुनील से पहले प्रदीप संभाल रहा था। लेकिन उसकी नौकरी लगने के बाद वह उसे अपने परिचित सुनील को संभाल कर चला गया। इसका कांट्रेक्ट भी दिसंबर में खत्म होना हैं।
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डीएसपी को लड़कियां बोली-शांत रहती थी नीलम
डीएसपी सज्जन कुमार ने वीरवार को पीजी में जांच करने पहुंचे। डीएसपी ने पीजी में रह रही लड़कियों से बातचीत की। लड़कियों ने डीएसपी को बताया कि वह शांत रहती थी।
ज्यादा बातचीत नहीं करती थी। दिन में पीजी से कहीं जाती तो शाम तक लौट आती थी। लड़कियों ने डीएसपी को बताया कि वह करीब पांच दिन पहले ही अपना आधा सामान बाद में ले जाने की बात कहकर चली गई थी।
महिला पुलिस सहित पीसीआर तैनात
पीजी में पुलिस की तरफ से नीलम के कमरे को बंद करने के साथ ही गल्र्स पीजी के चलते महिला पुलिस को अंदर तैनात कर दिया गया है। पीजी के बाहर पीसीआर तैनात हैं। पुलिस के खड़े होने के कारण आस पास के लोग भी हैरान हैं।
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