'देश के विकास में हर गांव तक तकनीक पहुंचना जरूरी', हिसार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- चुनौती को अवसर में बदलें युवा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में शिक्षा और प्रौद्योगिकी के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन मूल्यों को विकसित करने का माध्यम है और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूकता लाती है। राष्ट्रपति ने युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा का महत्व समझें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

जागरण संवाददाता, हिसार। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि शिक्षा जीवन मूल्यों को विकसित करने का माध्यम है। शिक्षा से सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूक होते हैं। वर्तमान समय में शिक्षा के साथ तकनीक को समझाने की जरूरत है। युवा पीढ़ी को बदलती वैश्विक मांगों को लेकर तैयार रहना चाहिए। उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए भी चुनौतीपूर्ण कार्य है।
देश के संतुलित एवं सतत विकास के लिए यह भी आवश्यक है कि शिक्षा एवं प्रौद्योगिकी का लाभ गांवों तक पहुंचे। देश के विकास के लिए हर गांव तक तकनीक का पहुंचना जरूरी है। युवाओं को चुनौती को समझ कर उसे अवसर में बदलना होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सोमवार को गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजवि) के छठे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि शामिल हुईं। समारोह की अध्यक्षता हरियाणा के राज्यपाल व विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने की।
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार को डॉक्टरेट की उपाधि दी गई। 2090 विद्यार्थियों को भी डिग्रियां प्रदान की गईं। इसके बाद राष्ट्रपति ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित ‘समग्र कल्याण के लिए आध्यात्मिक शिक्षा’ प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया।
युवाओं को रोजगार देने वाला बनना चाहिए
उन्होंने पौधरोपण भी किया। युवाओं से आह्वान-सभी को समझाएं शिक्षा का महत्व राष्ट्रपति ने कहा कि गुजवि ने शोध पर ध्यान दिया हुआ है। उन्होंने युवाओं से आह्वान सभी को शिक्षा का महत्व समझाएं और शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें।
उच्च शिक्षण संस्थानों में किए जाने वाले विश्व स्तरीय शोध भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। अभिनव विचारों से युवा खोज सकते सामाजिक समस्याओं का समाधान राष्ट्रपति ने कहा कि उद्यमिता विद्यार्थियों को सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में मदद कर सकती है।
एक उद्यमी के रूप में युवा अपने अभिनव विचारों के माध्यम से सामाजिक समस्याओं का समाधान ढूंढ़ सकते हैं और समाज की प्रगति में योगदान दे सकते हैं। युवाओं को रोजगार ढूंढ़ने वाला नहीं, रोजगार देने वाला बनना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर महाराज के दिखाए रास्ते पर युवाओं को चलना चाहिए।
'चुनौतियों को बदल सकते हैं अवसरों में'
बंडारू दत्तात्रेय हरियाणा के राज्यपाल एवं गुजविप्रौवि के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि जिनके पास टेक्नोलॉजी है, उन्हें जल्द नौकरी मिल जाएगी।
वर्तमान समय में एआई और रोबोटिक्स जैसी नई तकनीक युवाओं ने पढ़े हैं। आज की दुनिया पूरी तरह प्रौद्योगिकी पर निर्भर हो गई है। कहा कि यह दिन केवल एक डिग्री प्राप्त करने का नहीं, बल्कि एक नई यात्रा के प्रारंभ का प्रतीक है।
'जीवन जीने की कला सिखाती है'
प्रजापिता ब्रह्माकुमरी ईश्वरीय विश्वविद्यालय हिसार के स्वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष्य में बालसमंद रोड स्थित पीस पैलेस के प्रांगण में समग्र कल्याण के लिए आध्यात्मिक शिक्षा प्रोजेक्ट के शुभारंभ भी राष्ट्रपति मुर्मु ने किया।
उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में किस प्रकार सफलतापूर्वक कार्य किया जा सकता है, यह ब्रह्माकुमारी में सीखने को मिलता है। जीवन के संग्राम का सामना करने व विजय पाने के लिए अपने भीतर आध्यात्म ऊर्जा का उदय करना चाहिए।
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