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    हरियाणा के युवाओं की बल्ले-बल्ले, 100 दिनों में नायब सरकार देगी 50 हजार लोगों को नौकरी

    Haryana News हरियाणा सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस को ज्यादा उत्साहित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हम इस नीति पर अडिग थे औ रहेंगे। कांग्रेस के लोग उल्टे-सीधे बयान दे रहे हैं। इससे जाहिर होता है कि कांग्रेस पूरी तरह से गरीब विरोधी है।

    By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Mon, 24 Jun 2024 08:09 PM (IST)
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    हरियाणा सरकार देगी 100 दिनों में 50 हजार लोगों को नौकरी।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज (सोमवार) अयोध्या में भगवान राम के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है, लंबे समय बाद भगवान श्रीराम का दिव्य रूप देखने को मिला।

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    हरियाणा वासियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और आने वाले 100 दिनों हरियाणा वासियो के हितों में काम करेंगे। नायब सिंह सैनी ने सोशल इकोनॉमी के 5 नम्बर मामले में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा कि सामाजिक आर्थिक आधार पर जो अंक देने का फैसला हमारी सरकार ने लिया था उस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है।

    युवाओं को बड़ा तोहफा

    वर्ष 2018 से चली आ रही इस योजना पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम सम्मान करते हैं। आने वाले 100 दिनों में हमारी सरकार 50 हजार भर्तियां करेगी। सामाजिक-आर्थिक नीति अंत्योदय पर आधारित है। हम इस नीति पर अडिग थे है और रहेंगे। जिन नौजवानों ने इस नीति के बल पर हरियाणा सरकार में ज्वाइनिंग की है किसी को भी निकलने नही देंगे।

    किसी भी युवा को हटने नहीं देंगे

    कांग्रेस के लोग इस फैसले पर ओछी राजनीति के लिए उल्टे-सीधे बयान दे रहे हैं। अगर कांग्रेस इन गरीब बच्चों के खिलाफ है तो इस पर विचार करें। अगर जरूरत पड़ी तो विधानसभा में विधेयक लेकर आएंगे औऱ पुनः विचार याचिका भी दायर करेंगे। लेकिन जिन युवाओ की नौकरी लगी है उनको हटने नही देंगे।

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    कांग्रेस गरीबों के खिलाफ

    सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कांग्रेसियों को उत्साहित होने की जरूरत नहीं है। यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कांग्रेसी गरीबों के हितों के खिलाफ है। कांग्रेस के समय मे क्षेत्रवाद, जातिवाद ,भाई भतीजावाद चरम पर था इससे योग्य युवाओ में हताशा और निराशा फैल रही थी। यह कांग्रेस के समय मे होता था।

    कांग्रेस के पेट में दर्द

    कांग्रेस के राज में योग्य युवाओं में हताश निराशा जाग गई थी। युवा पढ़ने में नहीं इनके चक्कर काटने में लगा रहता था। गरीब व्यक्ति जिसके पास पैसा नहीं था, जिनके पास देने के लिए वोट तो था लेकिन इनके पास उनके लिए नौकरी नही थी। गरीब लोगों की पहुंच से नौकरियां दूर थीं। 1 लाख 32 हजार नौकरियां बिना पर्ची, बिना खर्ची के हमने देने का काम किया है। गरीब के साथ अगर हमारी सरकार खड़ी है उससे भी इनके के पेट मे दर्द हो रहा है।

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