हरियाणा में यौन व छेड़छाड़ आरोप में फंसे गुरुजी की खंगाली जाएगी कुंडली
शिक्षा विभाग 2012 से 2025 तक यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के आरोपों में फंसे शिक्षकों के मामलों की जांच करेगा। स्कूलों से आंतरिक और सुरक्षा समितियों की रिपोर्ट मांगी गई है जिसमें दर्ज मामलों आरोपित शिक्षकों के तबादलों और निलंबन की जानकारी शामिल है। विभाग ने पोश और पोक्सो कमेटियों की स्थिति और उनके द्वारा उठाए गए कदमों की रिपोर्ट भी मांगी है।
जागरण संवाददाता, हिसार। यौन प्रताड़ना से लेकर छेड़छाड़ आरोप में फंसे गुरुजी की कुंडली शिक्षा विभाग खंगालने जा रहा है। इसके लिए 2012 से लेकर अगस्त 2025 तक संबंधित मामले पर फाइलें भी जुटाई जाएंगी। खास बात है कि उपरोक्त मामलों पर स्कूल में बनाई गई इंटरनल कमेटी व स्कूल सेफ्टी की रिपोर्ट भी मांगी है। जिसमें कुल केस कितने दर्ज हुए, सच कितने, झूठ कितने, कितने आरोपित शिक्षकों के ट्रांसफर व कितने सस्पेंड किए गए शामिल हैं।
यहां तक की शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि कितने मामले उपरोक्त दोनों कमेटियों में दर्ज हुए और कितने मामले पुलिस में गए और कितनों पर एफआईआर दर्ज हुई विषयों पर भी जानकारी मांगी गई है। इसी माह हर हाल में उपरोक्त बिंदुओं पर रिपोर्ट मुख्यालय भेजनी होगी। ताकि उच्च अधिकारियों की तरफ से उपरोक्त मामलों को लेकर कदम उठाया जा सकें।
कितनों स्कूलों में पाेश व कितने में पोक्सो कमेटी बनी
शिक्षा विभाग ने जारी पत्र में स्पष्ट किया है कि कितने स्कूलों में पोश कमेटी बनी हुई है और कितने स्कूलों में पोक्सो कमेटी बनी हुई है। साथ ही दोनों कमेटियों में कितने मामले 2012 से दर्ज किए गए है और कमेटियों ने किस मामलों में क्या कदम उठाए गए है। संबंधित मामलों पर रिपोर्ट भेजनी होगी। इसके अलावा एफआईआर दर्ज कितनों पर हुई तमाम रिपोर्ट मुख्यालय को भेजनी होगी।
स्कूल में ये होती है दो कमेटियां और इनके ये होते हैं मामले
पोश कमेटी : इस कमेटी में महिला शिक्षकों के साथ यौन प्रताड़ना व छेड़छाड़ से संबंधित मामले दर्ज किए जाते हैं। स्कूल प्राचार्य, एक वरिष्ठ महिला संकाय सदस्य या महिला अधिकारी, जो समिति का नेतृत्व करती है। अन्य सदस्यों में एक पुरुष शिक्षक, एक महिला शिक्षिका, एक गैर-शिक्षण स्टाफ सदस्य शामिल है
पोक्सो कमेटी : इस कमेटी में विद्यार्थियों के साथ यौन व छेड़छाड़ संबंधित मामलों को दर्ज किया जाता है। इसमें प्रधानाचार्य या उप-प्रधानाचार्य, पुरुष व महिला शिक्षक, एक पुरुष छात्र, एक महिला छात्र और एक गैर-शिक्षण कर्मचारी सदस्य शामिल होता है।
हरियाणा में बढ़ते मामले पर उठाया कदम
शिक्षा विभाग को कई शिकायतें मिल रही थी। जिसमें महिला शिक्षिका व विद्यार्थियों की ओर से छेड़छाड़ व यौन प्रताड़ना मामले आ रहे थे। हाल ही में करनाल जिले के एक सरकारी स्कूल में हेडमास्टर पर भी छेड़छाड़ से संबंधित मामला सामने आया था। उपरोक्त मामलों पर अंकुश लगाने के लिए शिक्षा विभाग ने रिपोर्ट मांगी है। ताकि आगामी कदम उठाया जा सकें।
27 अगस्त तक भेजनी है रिपोर्ट
हिसार के उप जिला शिक्षा अधिकारी विजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें 2012 से लेकर आज तक यौन प्रताड़ना से लेकर छेड़छाड़ आरोप में फंसे शिक्षकों का रिकार्ड मांगा गया है। इसके अलावा कितने स्कूलों में पोश व कितनों में पोक्सो कमेटी बनाई गई है, इस पर भी रिपोर्ट मांगी गई है। 27 अगस्त तक रिपोर्ट मुख्यालय भेजनी होगी।
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