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    'चंडीगढ़ में दुष्कर्म कर बनाया वीडियो', पीड़िता ने सुनाई आपबीती; बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष ने बताया षड्यंत्र

    Updated: Tue, 28 Jan 2025 12:52 PM (IST)

    अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म के मामले में पीड़िता सामने आई है। पीड़िता ने बुढ़िया पर चंडीगढ़ में नशा कर दुष्कर्म करने और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगाया है। वहीं देवेंद्र बुढ़िया इन आरोपों को साजिश बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे चरित्र पर हुए हमले को लेकर मैं समाज की साख पर कभी आंच नहीं आने दूंगा।

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    दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता और बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया। फोटो सोर्स- सोशल मीडिया

    संवाद सहयोगी, मंडी आदमपुर। अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने वाली पीड़िता सोमवार को सामने आई। पीड़िता ने महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया पर जीवन खराब करने का आरोप लगाया।

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    वहीं, बुढ़िया इसे साजिश बता रहे हैं। उन्होंने इसे लेकर इंटरनेट मीडिया पर वीडियो डाला है। उन्होंने कहा कि ये आरोप पूरी तरह निराधार है, यह एक षड्यंत्र है।

    क्या है पूरा मामला?

    हिसार के आदमपुर थाने में देवेंद्र बुढ़िया के खिलाफ युवती ने दो दिन पहले दुष्कर्म की शिकायत देकर केस दर्ज करवाया था। सोमवार को आदमपुर की पीड़िता ने इंटरनेट मीडिया पर आकर खुलकर बयान दिया। पीड़िता ने कहा कि बुढ़िया ने उसका चंडीगढ़ में नशा करके दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो भी बनाई।

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    देवेंद्र बुढ़िया ने मेरा जीवन खराब कर दिया है। पीड़िता ने कहा कि बुढ़िया ने धमकी दी थी कि अगर किसी को बताया तो उस पर देहव्यापार करने के आरोप लगाकर फंसाने की धमकी दे रहा था। उसने मेरा एक्सीडेंट करवा कर मरवाने की कोशिश की। पीड़िता ने कहा कि यदि उसे व परिवार को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी देवेंद्र बुढ़िया की होगी।

    मुकाम में हुई बैठक के बाद रचे जा रहे षड्यंत्र: देवेंद्र

    वहीं, देवेंद्र बुढ़िया ने इंटरनेट मीडिया पर डाली वीडियो में कहा कि मुकाम में 13 नंवबर को बैठक हुई थी, उसमें कुलदीप बिश्नोई से बिश्नोई रत्न और संरक्षक पद वापस लिया था। उसी दिन कुलदीप बिश्नोई ने अपने नजदीकी शिवराज के जरिए फोन करके बताया था कि आप मान जाओ, नहीं तो महिला की तरफ से आप पर केस दर्ज होगा।

    उसने यह भी कहा कि आप चाहते हो, तो मैं कुलदीप बिश्नोई से आपकी बात करवा देता हूं। इस पर मैंने कहा था कि मैं ब्लैकमेल होने वाला नहीं हूं। मैं इस समाज का वफादार हूं और समाज के लिए जान दे सकता हूं। यह बात मैंने मुकाम में उसी दिन बैठक में बता दी थी।

    अभी 25 जनवरी को मेरी मुरादाबाद में रजिस्ट्रार के यहां पेशी थी। उस वक्त वो लोग पूरी ट्राई कर रहे थे। उनकी जब दाल नहीं गली तो उन्होंने मेरे खिलाफ केस दर्ज करवाया। मेरी चाहे हत्या हो जाए या मुझे जेल जाना पड़े, लेकिन मैं लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव करवाऊंगा।

    कहा समाज की साख पर नहीं आने दूंगा आंच

    महासभा को कुलदीप से मुक्त करवाना है। इसने समाज की संस्था को बंधक बनाकर रखा है। बुढ़िया ने कहा कि मेरे चरित्र पर हुए हमले को लेकर मैं समस्त बिश्नोई समाज को आश्वस्त करना चाहता हूं कि समाज की साख पर कभी आंच नहीं आने दूंगा।

    इस प्रकार के निजी जीवन पर हमले करवा कर समाज में चुनाव प्रक्रिया को कभी रुकवा नहीं सकते। समाज ने मुझे चुनाव करवाने का आदेश दिया था जिस पर मैं आज भी अडिग हूं। प्रक्रिया चल रही है और चुनाव होकर रहेगा।

    देवेंद्र बुढ़िया और कुलदीप बिश्नोई में लंबे समय से चल रहा विवाद

    देवेंद्र बुढ़िया ने भाजपा के नलवा के विधायक रणधीर पनिहार पर बदतमीजी के आरोप लगाए थे। पनिहार ने लाइव आकर इस बात को नकार दिया था। कुलदीप बिश्नोई ने बुढ़िया को महासभा के पद से हटा दिया और परसराम को नया अध्यक्ष चुना था। इसके बाद 13 नवंबर 2024 को कुलदीप को संरक्षक पद से हटा दिया था।

    यह निर्णय मुकाम में महासभा और समाज की बैठक में लिया गया था। समाज के बाहर विवाह करने पर बिश्नोई रत्न की उपाधि भी वापस लेने का निर्णय हुआ था। इस बैठक में आकर परसराम ने अध्यक्ष का पद छोड़ते हुए कहा कि समाज चाहेगा तो वे अध्यक्ष बनेंगे।

    बैठक में बुढ़िया के नेतृत्व में संत व बिश्नोई समाज के गणमान्य लोगों ने महासभा का चुनाव नए सिरे से कराने के लिए अधिकृत किया था। इसके बाद कुलदीप ने संरक्षक का पद छोड़ दिया था। कुलदीप ने कहा था कि ऐसे व्यक्ति को प्रधान बनाएं, जो नशा न करता हो मुझे इस पद से कोई लालसा नहीं है।

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