चंद्रमोहन ने भी चांद मोहम्मद बनकर दिया था मोबाइल मैसेज कर फिजा को तलाक
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री रह चुके चंद्रमोहन ने अतिक्ति महाधिवक्ता अनुराधा बाली उर्फ फिजा से मजहब बदलकर शादी की थी। बाद में उन्होंने फिजा को तलाक दे दिया था।
जेएनएन, हिसार। तीन तलाक को असंवैधानिक करार देने का फैसला अगर नौ वर्ष पहले आया होता तो हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन को मुश्किल पेश आती। चंद्रमोहन ने चांद मोहम्मद बनकर प्रदेश की पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता अनुराधा बाली से शादी की थी और उन्हें मैसेज भेजकर तलाक दे दिया था।
दोनों ने मुस्लिम मजहब अपनाकर विवाह किया था। इसकी वजह यह थी कि चंद्रमोहन हिंदू कानून के मुताबिक दूसरी शादी नहीं कर सकते। वह शादीशुदा थे और उनकी पहले पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी गैरकानूनी होती। अनुराधा की भी शादी हो चुकी थी, लेकिन पति से संबंध विच्छेद हो गया था। हालांकि उनकी छोटी से लव स्टोरी का चालीस दिन में ही तीन तलाक ने द इंड कर दिया था।
तलाक के बाद चंद्रमोहन तो बिश्नोई संप्रदाय की शुद्धीकरण प्रक्रिया के जरिये फिर हिंदू हो गए, लेकिन अनुराधा बाली मुस्लिम ही रहीं और उनका परिवर्तित नाम फिजा चार सालों तक सुर्खियों में रहा। शुरू में तो वह चंद्रमोहन व उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के खिलाफ काफी कुछ बोलती रहीं। बाद में वह शांत रहने लगीं और 6 अगस्त 2012 को फिजा की लाश उनके घर पर पाई गई। लाश खराब हो चुकी थी। उनके शरीर में नशीली दवाओं और शराब की मात्रा मिली थी।
बिना किसी को बताए गायब हो गए थे चंद्रमोहन
वैसे तो चंद्रमोहन और अनुराधा बाली पहले से साथ-साथ देखे जाते थे, लेकिन दोनों की लव स्टोरी की जानकारी लोगों को 7 दिसंबर 2008 को हुई, जब वे सबके सामने आए और गले मिलते हुए शादी घोषणा की। फिजा ने चांद मोहम्मद को रीयल हीरो बताया तो चांद मोहम्मद ने फिजा को अपनी जिंदगी। इसके कई दिन पहले से चंद्रमोहन गायब थे।
तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी यह पता नहीं था कि उनके नायब कहां हैं। बाद में चंद्रमोहन ने मैसेज भेजकर बताया कि वह तीर्थयात्रा पर हैं, लेकिन लौटे तो चांद मोहम्मद बनकर दुल्हन फिजा के साथ। उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया। चंद्रमोहन और फिजा साथ रहने लगे, लेकिन 28 जनवरी 2009 को चंद्रमोहन घर से गायब हो गए और फिजा ने भजनलाल के परिवार पर अपहरण का आरोप लगाया। इसके बाद कई घटनाएं हुईं।
2009 को फिजा ने आत्महत्या का प्रयास भी किया। ठीक होने के बाद उन्होंने एक सीरियल में भी काम किया, पर सामान्य नहीं हो सकीं। उधर चंद्रमोहन जो पंचकूला से विधायक थे, इस घटना के बाद कई साल सक्रिय राजनीति से कटे रहे। उन्होंने सन 2009 का विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा। सन 2014 का चुनाव वह हरियाणा जनहित कांग्रेस के टिकट पर हिसार के नलवा विधानसभा क्षेत्र से लड़े, लेकिन हार गए।
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