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    Gurugram News: खुले में कूड़ा डालने वालों की खैर नहीं, अब काटे जाएंगे ऑनलाइन चालान

    Updated: Sun, 02 Nov 2025 01:43 PM (IST)

    मानेसर नगर निगम अब खुले में कूड़ा डालने वालों और सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल करने वालों पर ऑनलाइन चालान करेगा। आईडीएफसी बैंक के सहयोग से 30 पीओएस मशीनें दी गई हैं। सहायक सफाई निरीक्षक इन मशीनों से चालान करेंगे, जिससे निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था में सुधार होगा और राजस्व में वृद्धि होगी। 

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    जागरण संवाददाता, मानेसर। नगर निगम क्षेत्र में खुले में कूड़ा डालने वाले और सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करने वाले लोगों का ऑनलाइन चालान होगा। नगर निगम ने आइडीएफसी बैंक के साथ मिलकर योजना चलाई है। बैंक की ओर से निगम को 30 प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) मशीन दी गई है।

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    आयुक्त आयुष सिन्हा ने बताया कि निगम क्षेत्र में सफाई के कार्य की निगरानी रखने के लिए एचकेआरएन के माध्यम से 30 सहायक सफाई निरीक्षकों की भर्ती की गई है। सभी निरीक्षकों को गांव आवंटित किए जा चुके हैं। इन गांवों में सफाई से संबंधित कार्यों की जिम्मेदारी, सफाई एजेंसियों के कर्मचारियों की हाजिरी रिपोर्ट और संसाधनों की जांच का जिम्मा निरीक्षकों को दिया गया है।

    सभी सहायक सफाई निरीक्षकों को मशीन दे दी गई है। निरीक्षकों को मशीन को आपरेट करने की ट्रेनिंग भी दी गई। सहायक सफाई निरीक्षक इन मशीनों का उपयोग करते हुए खुले में कूड़ा डालने वाले, पालीथिन का इस्तेमाल करने वाले, कबाड़ में आग लगाने वाले, खुले में एसटीपी का पानी डालने वाले व अन्य प्रतिबंधित गतिविधियां करने वालों के ऑनलाइन चालान करेंगें।

    सभी पीओएस मशीन इन निरीक्षकों के नाम आवंटित की गई है। सहायक सफाई निरीक्षकों के आने के बाद निगम क्षेत्र में सफाई के काम में प्रगति देखने को मिली है। आयुक्त ने बताया कि पिछले महीने इन निरीक्षकों के द्वारा एक लाख 76 हजार रुपये के चालान किए गए हैं। निरीक्षकों ने करीब 37 किलोग्राम पालीथिन जब्त करते हुए 283 चालान किए।

    इन चालानों से निगम के राजस्व में एक लाख 42 लाख रुपये जमा हुए। इसी प्रकार खुले में कूड़ा डालने वालों के 57 चालान करते हुए करीब 35 हजार रुपये वसूल किए हैं। पीओएस मशीन मिलने के बाद अब इस प्रकार के सभी चालान ऑनलाइन होंगे। चालान की स्लिप तुरंत सौंपी जाएगी। चालान का भुगतान कैश, यूपीआइ और कार्ड से भी किया जा सकता है। किस मशीन से कितने चालान हुए। इसकी निगरानी भी आसानी से रखी जा सकती है।