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    टोल वसूली पर फोकस, सुविधाओं से बेपरवाह NHAI; दिल्ली‑गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर अंधेरे में यात्रा करने को मजबूर लोग

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 06:17 AM (IST)

    दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर एनएचएआई की टोल वसूली पर ध्यान केंद्रित है, लेकिन यात्रियों के लिए सुविधाओं की कमी है। एक्सप्रेसवे पर पर्याप्त रोशनी नह ...और पढ़ें

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    शिव की मूर्ति के सामने द्वारका एक्सप्रेस वे फ्लाईओवर तक बंद पड़ी स्ट्रीट लाईटें। जागरण

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) का ध्यान केवल टोल वसूली पर है, सुविधाएं उपलब्ध कराने पर नहीं। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे की न लाइटें दुरुस्त हैं, न एग्जिट व एंट्री सही है और न ही सर्विस लेन ठीक है। अक्सर अधिकतर लाइटें बंद रहती हैं।

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    इससे हर पल हादसा होने की आशंका रहती है। कोहरा छाना शुरू हो गया है। इसके बाद भी लाइटों को ठीक करने पर ध्यान नहीं। ऐसा लगता है जैसे एनएचएआइ के अधिकारियों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। एक्सप्रेसवे के रखरखाव से लेकर सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी परियोजना निदेशक आकाश के पास है।

    उनका कहना है कि एक्सप्रेसवे की लाइटें बदली जा रही हैं। पुरानी लाइटों से काम नहीं चलेगा। जल्द ही सभी लाइटें बदलकर नई लगाई जाएंगी। हादसा न हो इसके लिए कटों के नजदीक रिफ्लेक्टर टेप लगाए जा रहे हैं।

    बनी रहती है हादसे की आशंका

    धौलाकुआं के नजदीक से लेकर खेड़कीदौला टोल प्लाजा तक दिल्ली-जयपुर हाईवे का भाग का एक्सप्रेसवे है। दिल्ली एवं गुरुग्राम दोनों इलाकों की अधिकतर लाइटें खराब हैं। अक्सर दोनों इलाकों की लाइटें बंद रहती हैं। लाइटों के बंद रहने से एग्जिट एवं एंट्री दिखाई नहीं देते हैं। इससे हादसा हाेने की आशंका रहती है।

    रविवार रात सिरहौल बार्डर से लेकर महिपालपुर तक अधिकतर लाइटें बंद रहीं। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। यही नहीं गुरुग्राम इलाके में इफको चौक से झाड़सा चौक की तरफ रहा। काफी लाइटें बंद रहीं। कहीं हादसा न हो जाए, इस भय ट्रैफिक का दबाव कम होने के बाद भी चालक काफी कम स्पीड में वाहन चलाते दिखे।

    सालाना 200 करोड़ मिलने के बाद भी हालत खराब

    यह हाल तब है जब एक्सप्रेसवे पर खेड़कीदौला में संचालित टोल प्लाजा से एनएचएआइ को सालाना लगभग 200 करोड़ रुपये प्राप्त होते हैं। ऐसा नहीं है कि केवल लाइटें दुरुस्त नहीं हैं। रोड में भी जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। हीरो होंडा चौक से लेकर नरसिंहपुर तक दोनों तरफ की सर्विस लेन में तो इतने गड्ढे हैं कि पता नहीं चलता है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क।

    महीनों बाद भी हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर में एक जगह बना गड्ढा ठीक करने में एनएचएआइ नाकाम है। रेलिंग तक दुरुस्त नहीं। कई जगह रेलिंग इस तरह टूटी है, जैसे पहले कभी लगाई ही नहीं गई। कोहरे के दौरान थोड़ी सी चूक होने पर बड़ा हादसा होने की आशंका है। रात में एनएचएआइ की पेट्रोलिंग टीमें कहीं भी दिखाई नहीं देती।

    इसका नतीजा यह है कि भारी वाहन सभी लेन में चलते हैं। डर से काफी लोग देर रात सर्विस लेन से निकलने लगे हैं। एक्सप्रेसवे की मरम्मत के बारे में एनएचएआइ के परियोजना निदेशक आकाश का कहना है कि ग्रैप हटने के बाद काम शुरू किया जाएगा।