गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत, GMDA करेगा ₹658 करोड़ खर्च
गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर ट्रैफिक कम करने के लिए जीएमडीए अंडरपास या फ्लाईओवर बनाने पर विचार कर रहा है। मंत्री राव नरबीर सिंह ने अंडरपास का सुझाव दिया है जिस पर लगभग ₹658 करोड़ खर्च होंगे। जीएमडीए के अधिकारी फ्लाईओवर को बेहतर मानते हैं क्योंकि अंडरपास में जलभराव का खतरा है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में अंतिम फैसला होगा।

जागरण संवाददाता, नया गुरुग्राम। शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर यातायात को सुगम बनाने की तैयारी चल रही है। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने यातायात की भीड़भाड़ कम करने के लिए दो विकल्प तैयार किए हैं: एक अंडरपास और एक फ्लाईओवर।
इन प्रस्तावों पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में लिया जाएगा। राज्य के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने गोल्फ कोर्स रोड की तर्ज पर सड़क के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक अंडरपास के निर्माण की सिफारिश की है।
यह लगभग छह किलोमीटर लंबा मार्ग घाटा गाँव से वाटिका चौक (गुरुग्राम-सोहना राजमार्ग) तक फैला है। फ्लाईओवर पर लगभग ₹578 करोड़ और अंडरपास पर लगभग ₹658 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। प्रस्तावित निर्माण कार्य में पांच प्रमुख चौराहे शामिल होंगे, जिसमें गोल्फ कोर्स रोड टी-पॉइंट, कादरपुर रोड चौराहा, पायनियर पार्क सिग्नल, स्प्लेंडर टॉवर के पास और सेंट जेवियर्स स्कूल के पास शामिल है।
जीएमडीए के अधिकारी इस फ्लाईओवर को अधिक व्यावहारिक मानते हैं। उनका तर्क है कि यह इलाका अरावली पर्वतमाला की तलहटी से सटा है और मुख्य बरसाती नाला (बादशाहपुर नाला) यहीं से होकर गुजरता है। नतीजतन, अंडरपास में जलभराव की आशंका बनी रहती है।
हालांकि, अंडरपास के भीतर एक बड़ा पंपिंग स्टेशन और सम्पवेल लगाने से यह समस्या कम हो सकती है। अधिकारियों का मानना है कि फ्लाईओवर आसपास की कॉलोनियों और सेक्टरों से दृश्यता बाधित कर सकता है, जबकि अंडरपास का ऐसा कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह देखना बाकी है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली जीएमडीए की बैठक में किस विकल्प को हरी झंडी मिलती है।
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