Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली से सटे इस शहर में तैयार होगी श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का तोड़ेगी रिकॉर्ड; CM योगी ने दिया है ऑर्डर

    By Aditya Raj Edited By: Geetarjun
    Updated: Wed, 03 Jan 2024 06:30 AM (IST)

    सरयू नदी के किनारे स्थापित किए जाने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा मानेसर में तैयार होगी। इसका 3डी डिजाइन तैयार हो चुका है। डिजाइन को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पसंद भी कर लिया है। इससे उम्मीद है कि श्रीराम मंदिर तैयार होने के साथ ही सरयू नदी के किनारे प्रतिमा स्थापित करने का काम शुरू हो जाएगा।

    Hero Image
    श्रीराम की प्रतिमा के मॉडल को अंतिम रूप देते मूर्तिकार नरेश कुमावत (बाएं)। सौ. स्वयं

    आदित्य राज, गुरुग्राम। सरयू नदी के किनारे स्थापित किए जाने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा मानेसर में तैयार होगी। इसका 3डी डिजाइन तैयार हो चुका है। डिजाइन को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पसंद भी कर लिया है। इससे उम्मीद है कि श्रीराम मंदिर तैयार होने के साथ ही सरयू नदी के किनारे प्रतिमा स्थापित करने का काम शुरू हो जाएगा। प्रतिमा की ऊंचाई 823 फुट (लगभग 251 मीटर) होगी। यह पंच धातु से बनाई जाएगी। इसमें लगभग तीन हजार टन धातुओं का इस्तेमाल होगा। भगवान राम की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) से भी ऊंची होगी, जिसकी ऊंचाई 182 मीटर है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सरयू नदी के किनारे भगवान श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित कराने का संकल्प कई साल पहले लिया था। तब श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर अदालत में मामला चल रहा था। अब श्रीराम मंदिर का निर्माण काफी हद तक हो चुका है।

    सीएम ने देखी प्रतिमी की डमी

    इसे देखते हुए सरयू नदी के किनारे प्रतिमा स्थापित कराने के बारे में तैयारी शुरू हो चुकी है। मूर्तिकार नरेश कुमावत ने श्रीराम की 10 फुट की डमी प्रतिमा बनाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिखा दिया है। मूर्ति बनाने का निर्देश आते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

    तीन साल में तैयार होगी प्रतिमा

    मूर्तिकार नरेश कुमावत का कहना है कि भगवान श्रीराम की प्रतिमा बनाने में कम से कम तीन साल का समय लगेगा। इसके ऊपर लगभग तीन हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण में 80 प्रतिशत कापर का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रतिमा मानेसर में भी बनाई जाएगी। बनने के बाद प्रतिमा उठाकर ले जाया जाएगा।

    देवी-देवताओं सहित कई महापुरुषों की लगभग 250 से अधिक प्रतिमा बनाने वाले नरेश कुमावत के पूर्वज भी मूर्तियां बनाते थे। दादा से लेकर पिता तक देश-विदेश में सैकड़ों मूर्तियां बनाईं। नरेश कुमार ने ही राजस्थान के नाथद्वारा में भगवान शिव की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई है। इसकी ऊंचाई 370 फुट है।ॉ

    कई और भी बनाई हैं मूर्तियां

    इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट परिसर में स्थापित संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा, नए संसद भवन में समुद्र मंथन का चित्र, आंधप्रदेश में 210 फुट की बाबा साहब डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा का निर्माण किया है।

    उनका कहना है कि भगवान श्रीराम की प्रतिमा बनाने का काम शुरू करने का निर्देश जिस दिन उनके पास आएगा, वह दिन उनके जीवन का अनमोल होगा। सरयू नदी के किनारे प्रतिमा के निर्माण पर भी पूरे देश की नजर है। ऐसे में निर्माण को लेकर उनका उत्साह चरम पर है। वह प्रतिदिन निर्देश आने का इंतजार कर रहे हैं।

    भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर पूरी दुनिया में उत्साह का माहौल है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, उस दृश्य को देखने के लिए दुनिया के करोड़ों रामभक्तों की तरह उनके मन में भी जबर्दस्त उत्साह है। सौभाग्यशाली हैं जो श्रीराम मंदिर का निर्माण होता देख रहे हैं। सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद यह शुभ दिन आया है।

    फिलहाल दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

    नर्मदा जिले के केवडिया में स्थापित दुनिया की सबसे ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा को देखने की उत्सुकता देश व दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। अक्टूबर 2018 में पीएम मोदी ने इसका लोकार्पण किया था।