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    Radhika Yadav Murder: '...तो बच जाती टेनिस खिलाड़ी की जान', अब हुए कई चौंकाने वाले खुलासे; पुलिस भी हैरान

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 06:30 AM (IST)

    गुरुग्राम में नेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आरोपी पिता दीपक यादव ने राधिका को चार गोलियां मारी थीं जिनमें से चौथी गोली दिल में लगने से उसकी मौत हो गई। राधिका की शादी को लेकर परिवार में विवाद चल रहा था जिसके चलते पिता ने गुस्से में आकर यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    नेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए। जागरण

    विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। नेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की 10 जुलाई को हुई हत्या के मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है। गोली मारने वाले उसके पिता दीपक के अंदर इतना गुस्सा भरा था कि वह उसे जिंदा देखना नहीं चाहता था।

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    बताया गया कि उसने एक के बाद एक चार गोलियां मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। अगर पिता तीन गोलियां मारने के बाद भी रुक जाता तो राधिका की जान बचाई जा सकती थी। राधिका की मौत उस चौथी गोली की वजह से हुई जो उसके दिल तक गई थी।

    राधिका की हत्या उसके पिता ने 10 जुलाई की सुबह उस वक्त की थी जब वह घर के लोगों के लिए खाना बना रही थी। खाना बनाने के दौरान राधिका की पीठ पर पिता ने पहले दो गोलियां चलाईं, लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ तो पिता ने तीसरी गोली पीठ से चार अंगुल ऊपर कंधे के नीचे दागी। यह गोली आगे सीने तक गई।

    इसके बाद भी राधिका खड़ी रही। वह दाहिनी तरफ से पीछे मुड़ने और हाथ उठाकर यह सब रोकने की कोशिश करने लगी, लेकिन पिता को रहम नहीं आया। उसने अगले पल ही चौथी गोली दाग दी, जो कि उसकी बगल के नीचे लगते हुए दिल तक पहुंची। यही गोली उसकी मौत का कारण बनी।

    वहीं, पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों का मानना है कि पिता द्वारा चलाई गई पहली दो गोलियां रीढ़ की हड्डी से टकराई थीं। इसलिए उसे कुछ नहीं होता। तीसरी गोली सीने के पास जा लगी। इसने घायल जरूर किया, लेकिन जान इससे भी नहीं जाती। जो चौथी गोली दिल तक गई, उसी कारण राधिका की मौत हुई। अगर पिता तीन गोली मारने के बाद भी रुक जाता तो राधिका की जान बचाई जा सकती थी।

    राधिका ने कहा था- न जहर खाऊंगी न फांसी पर लटकूंगी, मैं जिंदगी जिऊंगी

    राधिका की हत्या न तो किसी ताने की वजह हुई और न ही यह सब इतना अचानक हुआ कि किसी को समझ नहीं आया। पुलिस सूत्रों और आसपड़ोस के लोगों के अनुसार, घरवाले राधिका की शादी कराना चाहते थे, लेकिन इसके लिए वह राजी नहीं थी। इसलिए राधिका और उसके पिता के बीच कई दिनों से झगड़ा चला आ रहा था। हत्या से तीन दिन पहले दोनों के बीच एक बार फिर तेज बहस हुई थी।

    इस दौरान कहासुनी में राधिका ने कहा था कि न तो जहर खाऊंगी और न ही फांसी पर लटकूंगी, मैं तो जिंदगी जिऊंगी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस बात की जानकारी हत्या के बाद पहली बार घर पहुंची पुलिस को पूछताछ के दौरान मां ने दी थी।

    मां ने यह भी बताया था कि झगड़े के दौरान दीपक ने राधिका को घर से नहीं निकलने और टेनिस की ट्रेनिंग नहीं देने जाने की बात कही थी। हालांकि, राधिका ने पिता की बात नहीं मानी और वह घर से बाहर टेनिस की ट्रेनिंग देनी गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शायद यही बात दीपक को इतनी चुभी कि उसने राधिका की हत्या कर दी।

    तीन घंटे बाद मां ने कहा- उन्हें कुछ नहीं पता, नहीं दिया था लिखित बयान

    घटना के दिन जो भी हुआ, उसके बारे में पुलिस सूत्रों ने बताया कि करीब 11 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में मेरिंगो एशिया अस्पताल की तरफ से एक युवती को गोली लगने की सूचना दी गई थी। पुलिस सबसे पहले अस्पताल पहुंची। यहां युवती की पहचान राधिका के रूप में की गई।

    राधिका के चाचा कुलदीप मिले। उनसे जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि वहां क्या हुआ था। इतना जरूर बताया था कि धमाके की आवाज सुनकर वह ऊपर पहुंचे थे और लहूलुहान बेटी को अस्पताल लेकर आए। गोली दीपक ने चलाई, यह भी बताया था। इसके बाद पुलिस टीम घर पहुंची। घटनास्थल देखा और मां मंजू यादव से जानकारी ली।

    मां ने बताया कि वह कमरे में थीं। कूकर की सीटी के बाद उन्हें भी धमाके की आवाज आई थी। वह बाहर निकलीं तो बेटी लहूलुहान पड़ी थी। पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और एफआइआर के लिए जब दोबारा पुलिस मंजू के लिखित बयान लेने घर पहुंची तो उन्होंने साफ तौर पर बयान देने से इनकार कर दिया था।

    यह भी पढ़ें- Radhika Yadav Murder: क्यों नहीं टूट रही राधिका के परिवार की चुप्पी, क्या छिपा रहे कोई बड़ा राज?

    उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं पता कि पिता ने बेटी को गोली क्यों मारी? उस समय उन्हें बुखार था और वह कमरे में आराम कर रही थीं। इसके बाद करीब चार बजे कुलदीप से लिखित बयान लिए गए और आरोपित को गिरफ्तार कर एफआइआर दर्ज की गई।

    किचन से महज 10 कदम दूर है कमरा

    जिस किचन में राधिका को गोली मारी गई, वहां से मां मंजू का कमरा महज 10 कदम दूर ही है। बयान देने से इनकार करने पर सवाल उस समय भी था और अब भी है कि मां को चार गोलियाें की आवाज सुनाई नहीं दी या उन्होंने बाद में कुछ छिपाने की कोशिश की। फिलहाल इस मामले में अब भी परिवार के लोगों ने चुप्पी साध रखी है। पुलिस को भी घटना के कारणों की जानकारी नहीं मिली।