गुरुग्राम की इस रोड पर 45 मिनट में तय हो पाता है पांच किलोमीटर का सफर, दो विभागों के बीच फंसा निर्माण
गुरुग्राम के पटौदी रोड की हालत खस्ता है जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। उमंग भारद्वाज चौक से द्वारका एक्सप्रेस वे तक की सड़क टूटी हुई है और मानसून में जलभराव के कारण स्थिति और भी खराब हो जाती है। सड़क की मरम्मत का मामला दो विभागों के बीच फंसा हुआ है। स्थानीय निवासियों ने इसे वैकल्पिक मार्ग बनाने की मांग की है।

संदीप रतन, गुरुग्राम। पटौदी रोड, फिलहाल इससे खराब सड़क शहर में कोई नहीं है। माॅनसून सीजन के ढाई महीने गड्ढों, जलभराव और हादसों को झेलते हुए बीत चुके हैं। अब मौसम साफ हो चुका है, पर इस सड़क की मरम्मत का मामला दो विभागों के बीच फंस गया है।
नगर निगम गुरुग्राम अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) द्वारा उमंग भारद्वाज चौक से द्वारका एक्सप्रेस वे तक की सड़क को अपग्रेड किया जाना है।
लेकिन फिलहाल न तो कई टेंडर लगा है और न दोनों विभागों के बीच इसको लेकर इन दिनों कोई तालमेल हुआ है। अगर यही हालात रहे तो स्थानीय लोगों की यह परेशानी और लंबी हो सकती है।
बता दें कि उमंग भारद्वाज चौक से द्वारका एक्सप्रेस वे तक सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। इस पर चलना आसान नहीं है। आए दिन हादसे हो रहे हैं। रात के समय यहां पर लाइटों का भी कोई प्रबंध नहीं है और अंधेरा रहता है।
सड़क जर्जर, ड्रेनेज नेटवर्क ही नहीं
पटौदी रोड का यह हिस्सा माॅनसून के दिनों में पूरी तरह से तालाब में बदल जाता है। गहरे गड्ढों में पानी भरने से न केवल वाहनों को नुकसान पहुंचता है, बल्कि हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है।
दोपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है, क्योंकि जलभराव में गड्ढे दिखाई नहीं देते। नगर निगम सदन की बैठक में भी यह मुद्दा स्थानीय पार्षद द्वारा सदन के समक्ष उठाया गया था।
बन सकता है नए गुरुग्राम का वैकल्पिक रोड
सेक्टर 85, 86, 89, 90, 91, 92, 93, 94 और 95 के निवासी लंबे समय से इस मार्ग के निर्माण की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासी प्रवीण मलिक, चंद्र प्रकाश और मनीष बतरा का कहना है कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव रहता है।
सुबह शाम ट्रैफिक जाम से बचने के लिए यह अच्छा वैकल्पिक रास्ता है। सेक्टर 85 से 95 के बीच आवागमन करने वाले लोग मजबूरन हाईवे का इस्तेमाल कर रहे हैं, अगर यह सड़क ठीक हो जाए तो यह क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक मार्ग बन सकता है।
- 5 किलोमीटर सड़क की लंबाई है।
- 3 से 4 फुट तक वर्षा में जलभराव हाे जाता है।
- 10 साल से नाला तक नहीं बना।
- 8 से ज्यादा सेक्टरों के लिए वैकल्पिक मार्ग पटौदी रोड है।
पटौदी रोड शहर की मुख्य सड़क है। वर्षा का मौसम बीतने के बाद इस सड़क पर जलभराव है और चलने लायक नहीं है।
- राजेश छाबड़ा
-नगर निगम को लोगों की समस्या का समाधान करना चाहिए। सड़क आज से नहीं बल्कि दस वर्षों से खराब है। अब तो बड़े- बड़े गड्ढे हो चुके हैं।
- दुर्गेश वाधवा
अब तो लाेग गुरुग्राम से पटौदी दिल्ली-जयपुर हाईवे से जाते हैं। अगर पटौदी रोड का यह हिस्सा दुरुस्त हो जाए तो समय की भी बर्बादी नहीं होगी।
- राजन
पटौदी रोड को अपग्रेड करने का कार्य एचएसआइआइडीसी को सौंपने का निर्णय पहले सरकार के स्तर पर लिया गया गया था। फिलहाल की स्थिति के बारे में पता किया जाएगा।
- सुंदर श्योराण, एक्सईएन नगर निगम गुरुग्राम।
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