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    गड्ढे, टूटे फुटपाथ और अतिक्रमण की पहचान करेगा AI, गुरुग्राम में नई क्रांतिकारी तकनीक लागू

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 04:01 PM (IST)

    गुरुग्राम और मानेसर में सड़कों की गुणवत्ता सुधारने के लिए एआई आधारित रोड ऑडिट शुरू किया गया है। नगर निगम ने आईटी कंपनी नगारो और रोड एथेना के साथ मिलकर यह प्रोजेक्ट शुरू किया है। एआई तकनीक से लैस वाहन सड़कों की तस्वीरें लेकर गड्ढों और अतिक्रमण की पहचान करेंगे। इससे मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता मिलेगी और सड़कों की स्थिति में सुधार होगा।

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    एआइ बताएगा सड़क के गड्ढे और अतिक्रमण की भी देगा रिपोर्ट। एआई इमेज

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर सिटी गुरुग्राम और मानेसर की सड़कों पर कहां गड्ढे और कहां अतिक्रमण है। सड़क की स्थिति क्या है और खराब फुटपाथ सहित संकेतक की जानकारी भी अब आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) से मिलेगी। एआई तकनीक और कैमरों से लैस वाहन के साथ दोनों शहरों में रोड ऑडिट की शुरुआत हो गई है।

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    साबित होगा क्रांतिकारी कदम

    शहर की सड़कों की गुणवत्ता और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम गुरुग्राम और नगर निगम मानेसर ने आईटी कंपनी नगारो और एआई प्लेटफार्म रोड एथेना के सहयोग से एक अत्याधुनिक एआई आधारित रोड ऑडिट प्रोजेक्ट लांच किया है। निगम अधिकारियों का कहना है कि यह पहल सड़क अवसंरचना की निगरानी और रखरखाव की प्रक्रिया को पूरी तरह बदलने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगी। शनिवार को नगर निगम गुरुग्राम के वार्ड नंबर-21 और वार्ड नंबर 27 से इसकी शुरुआत की गई है।

    वाहन से ली जाएंगी हाई-रेज्यूलेशन तस्वीरें

    इस परियोजना के तहत विशेष रूप से तैयार किए गए वाहन शहर की सड़कों पर चलकर हाई-रेज्यूलेशन तस्वीरें और वीडियो फुटेज रिकार्ड करेंगे। यह डेटा रोड एथेना एआई प्लेटफार्म को भेजा जाएगा। एआई तकनीक एडवांस्ड कंप्यूटर विजन एल्गोरिद्म की मदद से स्वयं सड़क से जुड़ी समस्याओं की पहचान और वर्गीकरण करेगी। यह प्रणाली गड्ढों, धुंधली या गायब सड़क रेखाओं, क्षतिग्रस्त या अनुपस्थित संकेतचिह्नों, खराब फुटपाथ स्थिति और सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण जैसी समस्याओं को सटीकता से चिह्नित कर सकेगी।

    जियो टैगिंग से तैयार होगा डिजिटल नक्शा

    पारंपरिक मैनुअल सर्वे की जगह यह तकनीक तेज, सटीक और डाटा-आधारित रिपोर्टिंग उपलब्ध कराएगी। एआइ सभी पहचानी गई खामियों का डिजिटल नक्शा तैयार करेगा, जिसमें जियो-टैग और रेटिंग भी शामिल होंगी। यह जानकारी नगर निगम अधिकारियों को एक केंद्रीकृत डैशबोर्ड पर उपलब्ध होगी, जिससे मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर आसानी से तय किया जा सकेगा। इस परियोजना से न केवल सड़कों की गुणवत्ता और स्थायित्व बढ़ेगा, बल्कि नागरिकों को बेहतर यातायात सुविधा और सुरक्षा भी मिलेगी। समय पर मरम्मत और सक्रिय रखरखाव से दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। यात्रियों को अधिक सुरक्षित और सुगम सड़कों का अनुभव होगा।

    बनेगा प्रबंधन का नया मानक

    "नगर निगम गुरुग्राम और नगर निगम मानेसर की यह संयुक्त पहल स्मार्ट, सुरक्षित और पर्यावरण संरक्षण तथा प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह प्रोजेक्ट आने वाले समय में सड़क अवसंरचना प्रबंधन का नया मानक स्थापित करेगा।"

    -यश जालुका, अतिरिक्त निगमायुक्त गुरुग्राम।

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