फेसबुक पर एड देखकर क्रेडिट कार्ड के लिए फार्म भरना पड़ा महंगा, गुरुग्राम में लेफ्टिनेंट के बेटे को ठगा
गुरुग्राम में फेसबुक पर विज्ञापन देख क्रेडिट कार्ड बनवाना एक लेफ्टिनेंट के बेटे को महंगा पड़ा खाते से 3.45 लाख रुपये उड़े। साइबर क्राइम पुलिस जांच कर रही है। वहीं एक डेयरी संचालक सेना अधिकारी बनकर 7.15 लाख रुपये की धोखाधड़ी का शिकार हुआ। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है। साइबर अपराध बढ़ता ही जा रहा है।

जागरण सवांददाता, गुरुग्राम। फेसबुक पर विज्ञापन देखकर अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड के लिए ऑनलाइन फार्म भरना लेफ्टिनेंट के बेटे को महंगा पड़ गया।
उक्त फार्म भरने के बाद फोन पर सत्यापन के नाम पर कार्ड डाउनलोड करने के बहाने जालसाजों ने फोन हैक कर उनके अन्य दो क्रेडिट कार्ड की जानकारी चोरी करके तीन लाख 45 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम पुलिस साउथ ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
सेक्टर-60 स्थित आइरियो स्काईआन सोसायटी निवासी अनिल आनंद पुत्र लेफ्टिनेंट जेएन आनंद निवासी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने फेसबुक पर मुफ्त अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड के लिए एक विज्ञापन देखा और फार्म भर दिया।
करीब एक हफ्ते बाद उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से से काॅल आया। दूसरी तरफ से बात करने वाले शख्स ने क्रेडिट कार्ड के सत्यापन के लिए कहा और डाउनलोड करने के लिए कुछ कार्ड की तस्वीर दी।
इसके बाद आनंद का फोन हैक कर लिया गया और फोन गैलरी से उनके कोटक कार्ड और आईसीआईसीआई बैंक के कार्ड की जानकारी चोरी कर ली गई। इसके बाद कोटक कार्ड से आठ बार में कुल एक लाख 95 हजार 730 रुपये निकाल लिए गए।
ट्रांजेक्शन का मैसेज आने पर जालसाजी का पता चला तो उन्होंने टोल-फ्री नंबर 1930 पर काल करके कार्ड ब्लाॅक कराया। कुछ देर बाद आईसीआईसीआई कार्ड से दो बार में एक लाख 49 हजार 362 रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया।
ठगों ने दोनों कार्ड से कुल 3 लाख 45 हजार 092 रुपये उड़ा लिए। साइबर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
डेयरी संचालक से 7.15 लाख की धोखाधड़ी
जालसाजों ने सेना का अधिकारी बनकर एक डेयरी संचालक से 7.15 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर साइबर थाना मानेसर पुलिस जांच कर रही है।
पथरेड़ी गांव निवासी डेयरी संचालक पृथ्वी सिंह ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि बीती 11 अगस्त को उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया।
काॅल करने वाले ने खुद को आर्मी अधिकारी सतीश कुमार बताते हुए चार महीने के लिए दूध, दही और पनीर की आपूर्ति का आर्डर दिया।
साथ ही अपनी लोकेशन एमिटी मिलिट्री स्कूल बताई। अगले दिन पृथ्वी सिंह बताई गई लोकेशन पर पहुंचे। इसी दौरान उन्हें एक वीडियो काॅल आया, जिसमें आर्मी की वर्दी पहने एक व्यक्ति ने एडवांस भुगतान के लिए फोन-पे पर कुछ विवरण भरने को कहा।
जैसे ही उन्होंने एप में वह जानकारी भरी, खाते से नौ बार में कुल 7.15 लाख रुपये निकल गए। तुरंत बाद काॅल करने वालों के नंबर बंद हो गए। जब उन्होंने इस संबंध में मिलिट्री स्कूल में जानकारी ली तो ठगी का पता चला। पीड़ित ने साइबर पुलिस से शिकायत की।
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