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    KMP Expressway: मानेसर से पलवल का सफर होगा आसान, 48 करोड़ की लागत से 53 किमी भाग हाेगा दुरुस्त

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 10:23 AM (IST)

    केएमपी एक्सप्रेसवे के मानेसर-पलवल खंड की मरम्मत अगले सप्ताह शुरू होगी। 48 करोड़ रुपये की लागत से 53 किलोमीटर सड़क को ठीक किया जाएगा। अवैध कटों को बंद किया जाएगा और रेलिंग की मरम्मत की जाएगी। सड़क की खराब हालत और गड्ढों के कारण दुर्घटनाएं होती हैं। मरम्मत के बाद सुरक्षा के लिए पीली पट्टियां लगाई जाएंगी।

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    केएमपी एक्सप्रेसवे पर हादसों में लगा लगेगी। (सांकेतिक तस्वीर)

    गोविन्द फलस्वाल, मानेसर। केएमपी एक्सप्रेसवे के मानेसर से लेकर पलवल तक के भाग की मरम्मत का कार्य अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगा। इसके लिए हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन ( एचएसआइआइडीसी) ने तैयारी पूरी कर ली है। 53 किलोमीटर के इस भाग की मरम्मत पर 48 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

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    बजट को प्रदेश सरकार की हाई पावर परचेज कमेटी ने मंजूरी दे दी है। जगह-जगह गड्ढे होने की वजह से अक्सर हादसे होते रहते हैं। अवैध कटों एवं रेलिंग टूटने की वजह से भी हादसे हो रहे हैं। सड़क की मरम्मत के साथ ही जहां सभी अवैध कट बंद किए जाएंगे। वहीं रेलिंग दुरुस्त की जाएगी।

    वैसे तो पूरा केएमपी एक्सप्रेसवे ही खस्ताहाल है, लेकिन मानेसर से पलवल के बीच की हालत सबसे अधिक दयनीय है। कई जगह तो सड़क बैठ चुकी है। तारकोल से बनी सड़क में परतें उखड़ चुकी हैं। एक्सप्रेसवे पर मानेसर से पलवल तक 20 से अधिक अवैध कट हैं। सबसे अधिक परेशानी नूंह जिले में है। अवैध कटों की वजह से कहीं से भी वाहन एक्सप्रेसवे पर चढ़ जाते हैं। इससे रोजाना वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे हैं।

    केएमपी एक्सप्रेसवे पर निर्धारित 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कहीं भी गाड़ी नहीं चल सकती। एक्सप्रेसवे की मुख्य सड़क में जगह-जगह बड़े गड्ढे भी बने हुए हैं। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कत होती है। रात के अंधेरे में कई बार गड्ढे दिखाई नहीं देते हैं, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर पलट जाते हैं। गुरुग्राम सीमा में भी कई जगह बड़े गड्ढे बने हुए हैं।

    दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ने से इस सड़क पर वाहनों की संख्या भी बढ़ गई है। इस सड़क का प्रयोग करने वाले वाहनों में 75 प्रतिशत बड़े वाहन हैं। लगातार एक ही लेन में भारी वाहन चलाने से लेन का तारकोल इकट्ठा हो चुका है। सड़क पर गति सीमा 120 किलोमीटर है लेकिन सड़क की स्थित ऐसी है कि 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से भी वाहन नहीं चल पाते हैं।

    पीली पट्टियां भी बनाई जाएंगी

    मरम्मत के बाद वाहनों की रफ्तार बढ़ेगी, ऐसे में हादसों की आशंका भी बढ़ेगी। लंबी दूरी तय करने वाले वाहन चालकों को कई बार झपकी आ जाती है। इससे भी हादसा हाे जाता है। इसे ध्यान में रखकर जगह-जगह पीली पट्टियां भी बनाई जाएंगी ताकि वाहन चालक सतर्क हो जाएं। जहां पर हल्का मोड़ है, वहां से कुछ मीटर पहले साइनेज लगाए जाएंगे।

    मरम्मत का कार्य इस तरह किया जाएगा, जिससे कि एक्सप्रेसवे पूरी तरह नया दिखे। बता दें कि कई सालों से एक्सप्रेसवे की मरम्मत पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया, इस वजह से हालत जर्जर हो चुकी है। रात में लोग केएमपी एक्सप्रेसवे से होकर निकलना नहीं चाहते।

    केएमपी एक्सप्रेसवे के मानेसर से पलवल तक भाग की मरम्मत का कार्य अगले सप्ताह से शुरू करने की तैयारी है। जितनी भी कमियां हैं, सभी दूर की जाएंगी। इसके बाद लोगों को एक्सप्रेसवे को लेकर किसी भी शिकायत नहीं रहेगी।

    -  अरुण गर्ग, उपमहाप्रबंधक, एचएसआइआइडीसी