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    कौन हैं ज्ञानेश्वर कुमार सिंह? जिन्हें मिली IICA के डीजी और CEO की जिम्मेदारी

    Updated: Thu, 01 May 2025 02:21 PM (IST)

    भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा एवं वित्त सेवा के 1992 बैच के अधिकारी ज्ञानेश्वर कुमार सिंह (Gyaneshwar Kumar Singh) को अहम जिम्मेदारी दी गई है। भारतीय कॉरपोरेट मामलों के संस्थान (आईआईसीए) के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (डीजी एवं सीईओ) का कार्यभार दिया गया है। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में एमए और एमफिल की शिक्षा की ली थी।

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    1992 बैच के अधिकारी ज्ञानेश्वर कुमार सिंह की फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा एवं वित्त सेवा के 1992 बैच के अधिकारी ज्ञानेश्वर कुमार सिंह ने भारतीय कॉरपोरेट मामलों के संस्थान (आईआईसीए) के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (डीजी एवं सीईओ) का कार्यभार आज बृहस्पतिवार (1 मई) को संभाल लिया।

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    आईआईसीए कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय भारत सरकार के अधीन एक थिंक टैंक के रूप में कार्य करता है। ज्ञानेश्वर कुमार सिंह के पास वित्त, कॉरपोरेट कानून, दिवालियापन, कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर), ईएसजी रिपोर्टिंग, लोकनीति, ई-गवर्नेंस और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में अनुभव है।

    कई महत्वपूर्ण पदों की संभाल चुके जिम्मेदारी

    वह 2019 से 2021 तक भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) और भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) की केंद्रीय परिषद में भारत सरकार के नामित सदस्य भी रहे। इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

    जेएनयू से ली शिक्षा

    वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में एमए और एमफिल, एफएमएस दिल्ली से वित्त में एमबीए तथा दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में बीए ऑनर्स और एलएलबी की डिग्रियां प्राप्त की हैं। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम अफगानिस्तान में क्षमता विकास सलाहकार के रूप कार्य कर चुके हैं।

    विविध : महानिदेशक ने किया फोरेंसिक लेबोरेटरी का दौरा

    उधर, हरियाणा पुलिस में फोरेंसिक लेबोरेटरी के निदेशक व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने भोंडसी में संचालित रीजनल फोरेंसिक लेबोरेटरी का दौरा किया।

    उन्होंने लेबोरेटरी में स्थापित किए जा रहे डीएनए विभाग का भी निरीक्षण किया और इसे शीघ्र प्रारंभ करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए।

    उन्होंने अपराध मामलों के परीक्षण में तेजी लाने के लिए सभी विभागों के अधिकारियों से चर्चा की। इससे पहले उनका स्वागत रीनजल फोरेंसिक लेबोरेटरी भोंडसी की प्रभारी ऋचा महता ने किया।