Gurugram News: पालम विहार में 150 फ्लैट सील करने की तैयारी, नक्शा उल्लंघन बना कारण
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट (डीटीपीई) ने पालम विहार के सी-टू ब्लॉक में रिहायशी प्लॉटों पर बिल्डरों द्वारा भवन निर्माण नियमों के उल्लंघन करने पर 150 फ्लैटों को सील करने की तैयारी कर ली है। ये फ्लैट 10 रिहायशी प्लॉटों पर अवैध रूप से बनाए गए हैं जहां एक मकान में 14 से 16 फ्लैट का निर्माण किया गया है।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट (डीटीपीई) ने पालम विहार के सी-टू ब्लॉक में रिहायशी प्लॉटों पर बिल्डरों द्वारा भवन निर्माण नियमों के उल्लंघन करने पर 150 फ्लैटों को सील करने की तैयारी कर ली है। ये फ्लैट 10 रिहायशी प्लॉटों पर अवैध रूप से बनाए गए हैं, जहां एक मकान में 14 से 16 फ्लैट का निर्माण किया गया है।
सी-टू ब्लाक के निवासियों ने इस अवैध निर्माण के विरुद्ध पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन मकानों में सिर्फ चार परिवारों के रहने की व्यवस्था होनी चाहिए, लेकिन 14 से 16 परिवारों को ठहराने की योजना बनाई गई है।
बिल्डरों ने सील तोड़कर शुरू किया दोबारा निर्माण
इससे पार्किंग, बिजली, पानी और सीवर जैसी बुनियादी सुविधाओं पर भारी दबाव पड़ेगा। पिछले महीने निवर्तमान डीटीपीई मनीष यादव ने इन निर्माणाधीन मकानों को सील किया था। हालांकि, सील तोड़कर बिल्डरों ने दोबारा निर्माण शुरू कर दिया।
ऐसे में अब इन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और मामला दर्ज किया जाएगा। डीटीपीई ने जिला उपायुक्त से पुलिस बल और ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने का अनुरोध किया है। पुलिस बल की उपस्थिति में फ्लैटों को सील किया जाएगा। साथ ही तहसीलदार को निर्देश दिए जाएंगे कि इन फ्लैटों की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगाया जाए।
पालम विहार के अन्य ब्लॉकों का सर्वे भी होगा
डीटीपीई ने पालम विहार के सभी ब्लॉकों का सर्वे कराने की योजना बनाई है। अन्य ब्लॉकों में भी अवैध निर्माण की शिकायतें सामने आई हैं। विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे नक्शे के उल्लंघन के खिलाफ शिकायतें दर्ज कर सहयोग करें।
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के डीटीपीई अमित मधोलिया ने कहा कि नियमावली के हिसाब से एक रिहायशी प्लॉट पर चार फ्लोर का निर्माण किया जा सकता है। पालम विहार के दस मकानों में 14 से 16 फ्लैट बना दिए गए हैं। ऐसे सभी फ्लैटों को सील किया जाएगा और खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। सील तोड़ने वालों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
औद्योगिक क्षेत्र में सीवर हो रहे ओवरफ्लो, ड्रेनेज नेटवर्क अधूरा
उधर, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने शुक्रवार को सेक्टर-37 औद्योगिक क्षेत्र फेज- व फेज-2 का दौरा किया तथा मौके पर उपस्थित अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। यहां पर प्रोग्रेसिव फेडरेशन आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (पीएफटीआई) के पदाधिकारियों व अन्य उद्योगपतियों से मुलाकात के दौरान निगमायुक्त ने क्षेत्र की शिकायतें सुनकर जल्द समाधान सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया।
बैठक में पीएफटीआई के चेयरमैन दीपक मैनी व अन्य सदस्यों ने क्षेत्र की समस्याएं निगमायुक्त के समक्ष रखी। इनमें मुख्य रूप से औद्योगिक क्षेत्र में सीवर ओवरफ्लो की समस्या, ड्रेनेज सिस्टम का अभाव, हार्वेस्टिंग सिस्टम, स्ट्रीट लाइट, सफाई व्यवस्था, सीवर, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं, अतिक्रमण, फुटपाथ, प्रापर्टी टैक्स डाटा सहित अन्य मुद्दे शामिल थे। उन्होंने निगमायुक्त को विस्तारपूर्वक इन समस्याओं के बारे में अवगत कराया।
निगमायुक्त ने सभी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना तथा मौके पर ही उपस्थित संयुक्त आयुक्त विशाल कुमार व सहायक अभियंता नईम हुसैन से कहा कि वे क्षेत्र में सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या का जल्द समाधान सुनिश्चित कराएं। इसके अलावा क्षेत्र में नए हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की दिशा में भी प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी, ताकि वर्षा के दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी जमीन में डाला जा सके।
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