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    गुरुग्राम जमीन घोटाला: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, ED ने दाखिल की चार्जशीट

    Updated: Thu, 17 Jul 2025 03:27 PM (IST)

    Gurugram Land Deal Case गुरुग्राम लैंड डील मामले में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत यह चार्जशीट दायर की है। इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

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    रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ गुरुग्राम लैंड डील मामले में चार्जशीट दाखिल। फाइल फोटो

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। Robert Vadra charge sheet: कंपनी के खाते में सिर्फ एक लाख रूपये होने के बावजूद 58 करोड़ रुपये की जमीन डील करने के मामले में ईडी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) दाखिल कर दी है। वाड्रा के खिलाफ ईडी की यह पहली चार्जशीट है। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में ईडी ने वाड्रा पर मनी लां¨ड्रग का आरोप लगाया है।

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    ईडी के अनुसार शिकोहपुर गांव में 3.53 एकड़ जमीन खरीदने के लिए वाड्रा ने एक भी पैसे नहीं दिये और बाद में उसका लैंड यूज बदलवाने के बाद डीएलएफ को 58 करोड़ में बेच दिया। इस मामले में ईडी वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटिलिटी के 37.64 करोड़ रुपये जब्त कर चुकी है।

    ईडी की चार्जशीट के अनुसार ओकांरेशवर प्रॉपर्टीज ने हरियाणा सरकार द्वारा लैंड यूज बदलने से इनकार करने के बाद इस जमीन को फरवरी 2008 में 7.5 करोड़ रुपये बेच दिया। स्काईलाइट हॉस्पिटिलिटी के नाम जमीन की रजिस्ट्री होने के दो महीने के भीतर इस जमीन का लैंड यूज बदलकर कॉर्मिशियल उपयोग की अनुमति दे दी।

    लैंड यूज बदलने के बाद राबर्ट वाड्रा ने इस जमीन को 58 करोड़ रुपये डीएलएफ को बेच दिया था। सामान्य से दिखने वाले इस बिजनेस डील में ईडी ने अदालत के सामने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के सबूत पेश किये।

    जमीन की रजिस्ट्री भले ही स्काईलाइट हॉस्पिटिलिटी के नाम हुआ था, लेकिन 7.5 करोड़ रुपये का चेक वाड्रा की एक दूसरी कंपनी स्काईलाइट रियलिटी ने दिया था।

    हैरानी की बात है कि इन दोनों कंपनियों के खाते में उस समय सिर्फ एक-एक लाख रुपये जमा थे। यानी बिना पैसे के 7.5 करोड़ रुपये का चेक दिखाकर रजिस्ट्री कर ली गई। यही नहीं, इस 7.5 करोड़ रुपये के चेक को ओंकारेशनवर प्रॉपर्टीज ने कभी भुनाया ही नहीं।

    हद तो यह कि रजिस्ट्री के लिए 45 लाख रुपये के स्टांप पेपर खरीदने कै पैसे भी ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज ने ही दिये। यानी एक पैसा खर्च किये बिना ही पूरी जमीन रॉबर्ट वाड्रा की हो गई।ईडी ने इस मामले में अप्रैल में वाड्रा से तीन दिन तक लगातार पूछताछ की थी।

    ईडी का कहना है कि वाड्रा बिना एक पैसे खर्च किये 58 करोड़ रुपये की डील करने से जुड़े सवालों का जवाब नहीं दे पाए। ईडी की चार्जशीट को संज्ञान में लेने पर अदालत में बहस होगी। यदि अदालत इस मामले में संज्ञान लेता है तो वाड्रा की मुश्किलें बढ़ सकती है।

    इसके अलावा ईडी आर्थिक भगोड़ा संजय भंडारी से जुड़े लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वायर बंगले और बीकानेर जमीन घोटाले के मामले में भी वाड्रा के खिलाफ जांच कर रही है। दो दिन पहले भी ईडी वाड्रा से लंदन के बंगले के बारे में पूछताछ कर चुकी है।

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