गुरुग्राम में एक साल में होगा 24 हजार कुत्तों का वैक्सीनेशन, चार एजेंसियों को सौंपा जाएगा काम
गुरुग्राम नगर निगम शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। निगम एक साल में 24 हजार कुत्तों का टीकाकरण और बंध्याकरण करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए चार एजेंसियों को काम सौंपा जाएगा जिन्हें हर महीने 2000 कुत्तों का टीकाकरण और बंध्याकरण करना होगा। इसके अलावा पशुओं को पकड़ने के लिए भी टेंडर जारी किया गया है।

संदीप रतन, गुरुग्राम। साइबर सिटी में एक साल में 24 हजार हजार कुत्तों का टीकाकरण और बंध्याकरण किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम गुरुग्राम ने तैयारी शुरू कर दी है। निगम चार जाेन में बंटा हुआ है और इन चारों जोन में एजेंसियों को काम सौंपा जाएगा।
हाल ही में निगम ने एक टेंडर लगाया है, जो इस महीने के दूसरे सप्ताह में खोला जाएगा। निगम अधिकारियों के अनुसार 15 सितंबर तक एजेंसियों को वर्क अलाॅट किया जाएगा ताकि एजेंसियां अक्टूबर से काम शुरू कर दें।
बता दें कि गुरुग्राम में 50 हजार से ज्यादा आवारा कुत्ते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इनके टीकाकरण, बंध्याकरण और फीडिंग प्वाइंट बनाने को लेकर आदेश दिया है।
नगर निगम के अधीन कुत्तों को लेकर काम कर रहीं दो एजेंसियों के टेंडरों की अवधि खत्म हो चुकी है। अब निगम चार नई एजेंसियों को काम सौंपेगा। हर महीने दो हजार कुत्तों के टीकाकरण और बंध्याकरण का लक्ष्य एजेंसियों को दिया जाएगा।
तीन साल के लिए सौंपेगे काम
चार एजेंसियों को तीन साल के काम सौंपा जाएगा। इस अवधि में एजेंसियों को गुरुग्राम में 72 हजार कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण करना होगा। इससे कम होने पर एजेंसियों पर नगर निगम जुर्माना लगाएगा। नए और पुराने शहर में डाॅग फीडिंग प्वाइंट भी बनाए जाएंगे।
- 4 एजेंसियों कुत्तों के बंध्याकरण और टीकाकरण का कार्य करेंगी।
- 4 एजेंसियों ही बेसहारा पशुओं को पकड़ेंगी।
- 24 हजार कुत्तों का टीकाकरण और बंध्याकरण एक साल में होगा।
- 3 साल के लिए एजेंसियों को काम सौंपा जाएगा।
- 50 हजार से ज्यादा आवारा कुत्ते शहर में हैं।
- 2.5 से 3 हजार लोग कुत्तों के काटने से हर महीने घायल होते हैं।
शहर में आवारा कुत्तों के काटने के हर महीने लगभग ढाई से तीन हजार लोग घायल हो जाते हैं। शहर में आवारा कुत्तों की संख्या 50 हजार से ज्यादा है। इनका समय पर बंध्याकरण और इलाज होने से लोगों को भी राहत मिलने की उम्मीद है।
एजेंसियों के पास एबीसी होना जरूरी
एजेंसियों के पास एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर की सुविधा होनी जरूरी है ताकि वहां पर कुत्तों का टीकाकरण और बंध्याकरण करने के साथ ही इलाज की भी सुविधा हो। नगर निगम के पास बेगमपुर खटौला और बसई एबीसी सेंटर बने हुए हैं।
चार एजेंसी हर महीने पकड़ेगी 1800 पशु
कुत्तों के साथ-साथ अब बेसहारा पशुओं को भी पकड़ने की तैयारी है। नगर निगम ने नया टेंडर जारी किया है जो दूसरे सप्ताह में खुलेगा। चारों जोन में चार एजेंसी काम करेगी। खास बात यह है कि एजेंसियों को कम से कम 1800 पशु पकड़कर गोशालाओं में भेजने हैं।
अगर प्रत्येक एजेंसी 450 से कम पशु पकड़कती है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। निगम अधिकारियों के अनुसार अक्टूबर में एजेंसियों काम करना शुरू कर देगी।
कुत्तों के बंध्याकरण और टीकाकरण के लिए इसी महीने चार एजेंसियों को काम सौंप दिया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया जारी है। बेसहारा पशुओं को भी पकड़ने के लिए भी नया टेंडर लगाया गया है।
- डाॅ. प्रीतपाल सिंह, संयुक्त आयुक्त नगर निगम गुरुग्राम।
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