Gurugram Building Collapse: चिंटेल्स सोसायटी धराशायी मामले में जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा आरोपित अमित आस्टिन
चिंटेल्स सोसायटी के मामले में गिरफ्तार किए गए कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक अमित आस्टिन को पुलिस ने गुरुवार दोपहर को अदालत में पेश किया। इसके बाद आरोपित को न्यायिक हिरासत के लिए भोंडसी जेल भेजा गया। (फोटो जागरण)
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। चिंटेल्स सोसायटी दुर्घटना मामले में गिरफ्तार किए गए मनीष स्विच गियर एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक अमित आस्टिन को बजघेड़ा थाना पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत के लिए भोंडसी जेल भेज दिया गया।
इसी कंपनी के द्वारा डी-टावर के 603 नंबर फ्लैट में सुरक्षा पैमाने को दरकिनार कर टाइलिंग का कार्य किया जा रहा था। नीचे से शटनिंग का सपोर्ट दिए बिना ही फ्लैट में टाइलिंग का काम किया जा रहा था। इस वजह से दुर्घटना हुई।
ऐसे धराशायी हुई थी इमारत
सेक्टर-109 स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के डी-टावर की छठी मंजिल से लेकर पहली मंजिल तक ड्राइंग रूम का फ्लोर इसी साल 10 फरवरी को भरभराकर गिर गया था। फ्लैट नंबर 603 के मालिक दीपक कपूर ने टाइलिंग सहित कुछ अन्य कार्य करने की जिम्मेदारी मनीष स्विच गियर एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी को दे रखी थी। दीपक कपूर बाहर रहते हैं।
दुर्घटना से तीन-चार दिन पहले से कंपनी के कर्मचारी काम कर रहे थे। तोड़फोड़ करने से काफी मलबा जमा हो गया था। नीचे से सपोर्ट नहीं था। मलबे का वजन इतना बढ़ा कि ऊपर से नीचे तक ड्राइंग रूम का फ्लोर गिर गया। दुर्घटना में पहली मंजिल पर रह रहीं सुनीता श्रीवास्तव और दूसरी मंजिल पर रह रहीं एकता भारद्वाज की मौत हो गई थी। सुनीता श्रीवास्तव के पति एके श्रीवास्तव को घंटों बाद मलबे से बाहर निकाला गया था।
सभी आरोपितो से होगी पूछताछ
इस मामले में पहली गिरफ्तारी बुधवार शाम को अमित आस्टिन की हुई है। इलाके के सहायक पुलिस आयुक्त मनोज कुमार का कहना है कि जितने भी आरोपित हैं। सभी से पूछताछ की जाएगी। बता दें कि मामले में चिंटेल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अशोक सोलोमन, स्ट्रक्चरल इंजीनियर अजय साहनी, आर्किटेक्ट आशीष जायसवाल, ठेकेदार भयाना बिल्डर सहित 10 लोगों के विरुद्ध बजघेड़ा थाने में मामला दर्ज है। सोसायटी का डी-टावर 18 मंजिला है। कुल 64 फ्लैट हैं। दुर्घटना के बाद टावर खाली करा दिया गया था।