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    India-Pak Tensions: सीजफायर के बाद भी हाई अलर्ट मोड में गुरुग्राम, चप्पे-चप्पे पर रखी जा रही कड़ी नजर

    गुरुग्राम में सीजफायर के बाद भी जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर रहेगा। रविवार तक स्थिति स्पष्ट होने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। नहरों जलाशयों और वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों की सुरक्षा पर कड़ी नजर रखी जाएगी। खाद्य पदार्थों के अवैध भंडारण पर भी निगरानी रखी जाएगी। गुरुग्राम के जिला उपायुक्त अजय कुमार ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।

    By Aditya Raj Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 11 May 2025 03:41 PM (IST)
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    लघु सचिवालय के सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक करते उपायुक्त अजय कुमार। सौ. पीआरओ

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। सीजफायर के बाद भी जिला प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर रहेगा। रविवार तक स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होने के बाद सोमवार को आगे के लिए फैसला लिया जाएगा। नहरों से लेकर वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों की सुरक्षा पर लगातार कड़ी नजर रहेगी। खाद्य पदार्थों और आवश्यक वस्तुओं के अवैध भंडारण पर विशेष निगरानी रहेगी।

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    जिला उपायुक्त अजय कुमार ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिया कि जलापूर्ति से संबंधित विभाग जिले में पीने के पानी के सभी प्रमुख चैनल्स जैसे नहर व जलाशय आदि की विशेष निगरानी रखे। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वहां किसी अनाधिकृत व्यक्ति की मौजूदगी न हो।

    आसमान पर विशेष नजर

    आकाश से कोई अज्ञात वस्तु, उपकरण, टुकड़ा, ड्रोन या मिसाइल संबंधी भाग गिरता है, तो उसके नजदीक लोग न जाएं। नागरिक उस वस्तु से सुरक्षित दूरी बनाए रखें। उसे छूने, उठाने अथवा पास जाने का प्रयास न करें। बहुमंजिला इमारतों में बुजुर्गों व बीमार नागरिकों की लिफ्ट के माध्यम से सुगम रूप से सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा सके इसके लिए एक विशेष एसओपी तैयार की जाए।

    पुलिस को गश्त बढ़ाने के निर्देश

    उन्होंने फायर विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिले के बड़े कस्बों को चिन्हित कर वहां आपात स्थिति के लिए अग्निशमन वाहन की वाहन निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में प्रभावित स्थान पर त्वरित रूप से सहायता पहुंचाई जा सके। उपायुक्त ने सीएमओ से कहा कि वे जिले के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों तथा सरकारी व निजी एम्बुलेंस की सूची तैयार करवाएं।

    आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

    उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे अपनी गश्त में बढ़ोतरी कर किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखें। साथ ही आमजन को भी जागरूक करें कि वे किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में 112 पर संर्पक करें। जिले में सघन आबादी वाले क्षेत्र व बड़े कस्बों में फायर ब्रिगेड की भी उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए।

    बैठक में गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त प्रदीप दहिया, मानेसर नगर निगम के आयुक्त आयुष सिन्हा, सीईओ जिला परिषद जगनिवास, अतिरिक्त निगम आयुक्त महाबीर प्रसाद व जितेंद्र कुमार, एसडीएम बादशाहपुर अंकित चोकसे, एसडीएम गुरुग्राम परमजीत सिंह चहल, एसडीएम सोहना संजीव कुमार, सीटीएम रविंद्र कुमार, एसडीएम पटौदी दिनेश लुहाच, एसडीएम मानेसर दर्शन यादव, एएलसी कुशल कटारिया, सीएमओ डॉ. अल्का सिंह आदि मौजूद रहे।