दुनिया के सबसे जंगल सफारी पार्क का ड्राइंग इस महीने के अंत में होगा तैयार, सभी वन्यजीवों के लिए उपलब्ध होगा आवास
गुरुग्राम में अरावली पहाड़ी क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी पार्क बनने जा रहा है जिसका नक्शा इस महीने के अंत तक तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री प्रस्तावित क्षेत्र का दौरा करेंगे। पार्क में वन्य जीवों के लिए विशेष बाड़े होंगे और पक्षियों के लिए भी जगह निर्धारित की जाएगी। पहले चरण में ढाई हजार एकड़ में पार्क विकसित किया जाएगा।

आदित्य राज, गुरुग्राम। अरावली पहाड़ी क्षेत्र में विकसित किए जाने वाले दुनिया के सबसे बड़े जंगल सफारी पार्क का ड्राइंग इस महीने के अंत तक तैयार हो जाएगा। दो अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ ही केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल पार्क के लिए प्रस्तावित इलाके का दौरा करेंगे।
उनके साथ प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह भी मौजूद रहेंगे। दौरे के बाद सभी ड्राइंग को देखेंगे। यदि किसी भी कमी नहीं दिखाई दी तो ड्राइंग को पास कर आगे की कार्यवाही के लिए सेंट्रल जू अथारिटी के पास भेज दिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक ड्राइंग इस तरह तैयार किया जा रहा है ताकि सभी प्रकार के वन्य जीव पार्क में रह सकें। 100-100 एवं 50-50 एकड़ के बाड़े होंगे। एक बाड़े में चार से पांच वन्य जीव रखे जाएंगे। वन्य जीव पिंजरे में नहीं रखे जाएंगे। वन्य जीवों को देखने वाले लोग सुरक्षित गाड़ियों में होंगे यानी वन्य जीव खुले तौर पर अपने बाड़े में विचरण करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री एवं दोनों केंद्रीय मंत्री पार्क के लिए प्रस्तावित इलाके में वन्य जीवों के किस प्रजाति के लिए कहां पर बाड़े बनाए जाएंगे, इस बारे में पूरी जानकारी हासिल करेंगे। पार्क में पक्षियों के लिए भी जगह निर्धारित की जाएगी। ड्राइंग में इसके ऊपर भी जोर दिया जा रहा है।
प्रदेश सरकार चाहती है कि पार्क में आने वाले पर्यटक वन्य जीवों के साथ ही पक्षियों को भी देख सकें। वन्य जीवों एवं पक्षियों की रहने की व्यवस्था किए जाने से पार्क के प्रति पर्यटकों का आकर्षण तेजी से बढ़ेगा।
पहले चरण में ढाई हजार एकड़ में विकसित होगा पार्क
योजना के मुताबिक 10 हजार एकड़ में अरावली जंगल सफारी पार्क विकसित किया जाना है। पहले चरण में ढाई हजार एकड़ में विकसित किया जाएगा। इसी के हिसाब से ड्राइंग तैयार किया जा रहा है। 10 हजार एकड़ भूमि गुरुग्राम एवं नूंह दोनों जिले के अंतर्गत है। गुरुग्राम की छह हजार एवं नूंह जिले की चार एकड़ भूमि पर पार्क विकसित किया जाएगा।
इसके लिए जमीन की निशानदेही का कार्य काफी पहले पूरा किया जा चुका है। पार्क के दायरे में गुरुग्राम जिले के गांव सकतपुर, गैरतपुर बास, नरसिंहपुर, बार गुर्जर, टिकरी, शिकोहपुर, घामड़ोज, अकलीमपुर, भोंडसी और अलीपुर जबकि नूंह जिले के कोटा खंडेवला, गंगवानी, मोहम्मदपुर अहीर, खरक जलालपुर, भंगो और चाहलका गांव आएंगे।
फिलहाल पूरी दुनिया में कहीं भी 10 हजार एकड़ में जंगल सफारी पार्क नहीं है। पार्क विकसित करने में किसी भी प्रकार की कमी न रहे, इसे लेकर प्रदेश सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने कुछ दिनों पहले वनतारा पार्क का अवलोकन किया था। वनतारा में घायल वन्य जीवों का इलाज किया जाता है। बताया जाता है कि अरावली जंगल सफारी पार्क में भी वनतारा की तर्ज पर वन्य जीवों का रेस्क्यू सेंटर यानी अस्पताल विकसित किया जाएगा।
अरावली जंगल सफारी पार्क का ड्राइंग बनाने का काम तेजी से चल रहा है। 30 जुलाई तक ड्राइंग फाइनल कर दिया जाएगा। पार्क में सभी प्रकार के वन्य जीव रखे जाएंगे। इस हिसाब से विकसित किया जाएगा। यह पार्क पूरी दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने, इसे ध्यान में रखकर विकसित किया जाएगा।
- डॉ. सुभाष यादव, वन संरक्षक
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