गुरुग्राम में भीषण गर्मी के बाद मौसम ने दी राहत, फिर भी उपभोक्ताओं को रुला रहे हैं बिजली कट
बादशाहपुर में गर्मी से राहत के बावजूद बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। डीएलएफ जैसे पॉश इलाकों में भी दिन में कई बार बिजली गुल हो रही है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में हालत और भी खराब है। शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है जिससे लोगों में भारी आक्रोश है। बिजली निगम का कहना है कि समस्या जल्द ही ठीक कर दी जाएगी।

संवाद सहयोगी, बादशाहपुर। कई दिन की भीषण गर्मी के बाद दो दिन से बादल छाए रहने से मौसम में राहत है। इसके बाद भी बिजली कटौती उपभोक्ताओं को परेशान कर रही है। डीएलएफ जैसी पॉश सोसायटी में भी बिजली कटौती हो रही है। दिन में 6 से 7 बार बिजली के कट लग रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली का बुरा हाल है। छोटे-छोटे फाल्ट भी ठीक नहीं हो पाते हैं। सबस्टेशन से बिजली कटौती कम हो रही है। जबकि लोकल फाल्ट आने के कारण लोगों को ज्यादा दिक्कत हो रही है। बार-बार शिकायत के बाद भी फाल्ट ठीक नहीं हो पा रहे हैं। लोगों का कहना है कि बिजली निगम ने कई सब डिवीजन का रखरखाव का काम निजी हाथों में दे रखा है। निजी कंपनी के कर्मचारी भी लोगों का फोन ही नहीं उठाते हैं।
भीषण गर्मी में बिजली की मांग 2000 मेगावाट से ऊपर चली गई थी। मौसम में बदलाव आने के कारण बिजली की मांग 1950 मेगावाट हो गई है। इस समय लगभग 4.75 करोड़ यूनिट की बिजली खपत हो रही है।
डीएलएफ जैसी पॉश सोसायटी में भी लगातार बिजली कटौती
डीएलएफ फेज-वन ए ब्लॉक आरडब्ल्यूए की महासचिव पूनम जैन का कहना है कि डीएलएफ जैसी पॉश सोसायटी में भी लगातार बिजली कटौती हो रही है। अगर डीएलएफ जैसी सोसायटी में भी बिजली लगातार कट रही है तो फिर महंगी सोसायटी में रहने का भी क्या फायदा।
बिजली निगम जिस हिसाब से बिल मांगता है उस हिसाब से उपभोक्ता बिल दे रहा है। उसके बाद भी बिजली कटौती अमानवीय है। सभी के पास पावर बैकअप और जनरेटर जैसी सुविधा नहीं है। इस भीषण गर्मी में बिजली के बिना एक मिनट भी रहना मुश्किल है।
रात आठ बजे कॉलोनी एक फेस में फाल्ट आ गया
रेयान एन्क्लेव के रहने वाले जोनी राजपूत का कहना है कि रात आठ बजे कॉलोनी एक फेस में फाल्ट आ गया था। लाइट बंद थी। बिजली निगम के शिकायत केंद्र पर लगातार फोन करते रहे। किसी ने फोन नहीं उठाया। 2 घंटे बाद एक लाइनमैन से संपर्क हुआ। वह भी फाल्ट ठीक करने के लिए टरकाता रहा। रात भर बिना बिजली के ही रहना पड़ा। सुबह तक भी फाल्ट ठीक नहीं हो पाया।
बेगमपुर खटोला गांव के संदीप राघव का कहना है कि रात दो बजे से सुबह सात बजे तक बिजली गुल रही। बिजली निगम के शिकायत केंद्र पर लगातार फोन करते रहे। शिकायत केंद्र से किसी तरह का कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जेई और एसडीओ को फोन करो तो वे भी फोन नहीं उठाते हैं। बिजली कटौती के कारण सभी का बुरा हाल है।
बिजली निगम का कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं
अरुण तोमर का कहना है कि ऐसी गर्मी में मुश्किल हो जाता है। कई कई घंटे बिजली गुल रहती है। बिजली निगम का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी शिकायत सुनने को तैयार नहीं है। इनवर्टर और बैटरी तक भी जवाब दे जाते हैं। कई बार तो फोन चार्ज करने तक की भी समस्या खड़ी हो जाती है।
बिजली कटौती की अब ज्यादा समस्या नहीं है। एक दो सबस्टेशन ओवरलोड होने के कारण किसी एरिया में थोड़ी बहुत कटौती हो रही है। वह भी जल्द ही ठीक कर दी जाएगी।
- वीके अग्रवाल, मुख्य अभियंता, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (दिल्ली जोन)
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