...तो ओवर पोजेसिवनेस बनी राधिका की हत्या की वजह, प्रारंभिक जांच और रिश्तेदारों से पूछताछ में सामने आई ये वजह
गुरुग्राम में राधिका की हत्या की जांच में सामने आया कि पिता दीपक यादव बेटी पर अत्यधिक नियंत्रण रखते थे। राधिका घर की बंदिशों से परेशान थी और स्वतंत्र जीवन जीना चाहती थी। दीपक को बेटी की सफलता से जलन महसूस होती थी जिसके कारण उसने राधिका की हत्या कर दी।

विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। ओवर पोजेसिवनेस यानी किसी पर ज्यादा अधिकार जताना या नियंत्रण रखने की कोशिश करना। शायद राधिका की हत्या का कारण यही रहा। अभी तक कि जांच और सगे संबंधियों से पूछताछ में पुलिस के सामने कुछ इसी तरह की बातें सामने आई हैं कि पिता दीपक यादव अपनी बेटी राधिका पर हर समय नजर बनाए रखता था। वह कहां जाती थीं, कब आती थीं, किससे बात करती थीं हर चीज उनकी जानकारी में होती थी।
राधिका ने भी अपने कोच अजय कुमार के साथ वॉट्सऐप चैट पर घर में बंदिशों की बात कही थी। यह भी कहा था कि वह कुछ महीनों के लिए स्वतंत्र रूप से जीना चाहती हैं, लेकिन इसके लिए उनके पिता नहीं मान रहे हैं।
दीपक को अच्छे से जानने वाले उनके एक दोस्त ने जागरण को बताया कि वह सिर्फ अपनी बेटी का ही नहीं बल्कि सभी चीजों का अच्छी तरह से ख्याल रखता था। मसलन उसके घर में एक छोटा सा कुत्ता भी है। वह जब सुबह उसे टहलाने जाता था तो अकेला नहीं छोड़ता था। उसे लगता था कि वह अगर कुत्ते को अकेला छोड़ देगा तो वह भाग जाएगा या कुछ हो जाएगा। बेटी को बड़े ही नाजो से पाला था। उसकी हर छोटी-बड़ी ख्वाहिश पूरी की थी।
कुछ और जानने वाले लोगों ने बताया कि दीपक को किसी की बात पर जल्दी विश्वास नहीं होता था। वह बेटी के टेनिस प्रैक्टिस के दौरान खुद दिल्ली जाता था और लेकर आता था। जब तक प्रैक्टिस होती थी, वह वहीं इंतजार करता था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताई कहानी
क्षेत्र के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब उन्होंने दीपक से बातचीत की और घटना के बारे में पूछा तो उसने कुछ यह कहानी बताई। कहा कि पहले तो सबकुछ ठीक-ठाक था। कुछ महीने पहले जब बेटी ने टेनिस एकेडमी शुरू की तो लोगों ने कई तरह की बातें बनाईं।
राधिका दो-तीन एकेडमी में बच्चों को ट्रेनिंग सिखाने जाती थीं। लोग सवाल उठाते थे। बेटी और उसके बारे में भला-बुरा कहते थे।इस बात को लेकर उसे अंदर ही अंदर घुटन महसूस हो रही थी। जब भी दो लोग बैठे बात करते यह देखता था तो इसे लगता था कि ये लोग उसकी बेटी या उसके बारे में ही बात कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से वह मन ही मन यह सब सोचकर कुंठित हो रहा था।
नित्य क्रिया के बाद वापस अपने बेडरूम में चला गया
उन्होंने कहा कि वह कुछ दिनों से सोच रहा था कि या तो वह खुद आत्महत्या कर लेगा या तो वह बेटी की हत्या कर देगा। जिस दिन घटना हुई, उस दिन सुबह उठने के बाद वह नित्य क्रिया के बाद वापस अपने बेडरूम में चला गया। बेटे को दूध लेने भेजा। पत्नी की तबीयत कुछ ठीक नहीं थी। वह कमरे में आराम कर रही थी। वह भी कमरे में जाकर बेड पर लेट गया।
अचानक उसकी नजर कमरे में रखी लकड़ी की शेल्फ पर गई। उसने उसे खोला और रिवाल्वर निकाल ली। इसके बाद वह सीधे किचन के पास गया। यहां राधिका खाना बना रही थी, उसने एक के बाद कई राउंड फायर कर दिए। जब राधिका नीचे जमीन पर गिर गईं तो वह वापस अपने कमरे में चला गया। यहां एक टेबल पर रिवाल्वर रख दी। बेड से उठने और गोली चलाने तक यह सबकुछ इतना जल्दी हो गया कि किसी को अंदाजा नहीं था।
हिमांशिका का दूसरा वीडियो: कहा- राधिका के सक्सेस से जलते थे दोस्त
राधिका की दोस्त हिमांशिका ने इंस्टाग्राम पर दूसरे दिन रविवार को एक दूसरा वीडियो भी प्रसारित किया। इसमें उन्होंने कहा कि राधिका की सक्सेस से दीपक के दोस्त जलते थे। यही सबसे बड़ी वजह हत्या की रही है। लोग छोटे कपड़े पहनने, मेकअप करने की बात करते थे।
हिमांशिका ने कहा कि जब उन्हें घटना के बारे में पता चला कि तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने कहा कि अपनी ही बेटी को चार गोलियां कौन पिता मारता है। यह भी बताया कि राधिका ने अपने इंस्टाग्राम पर 23 मार्च 2024 को अंतिम रील डाली थी। इससे पहले शनिवार को जारी वीडियो में हिमांशिका ने दावा किया था कि राधिका पर घर में काफी बंदिशें थीं। वह खुलकर जीना चाहती थीं।
पिता उन पर हर समय नजर रखते थे। वहीं दूसरी ओर राधिका का इंस्टाग्राम अकाउंट हत्या के चार दिन बाद पहली बार सामने आया है। हिमांशिका ने इस अकाउंट को टैग किया है। राधिका का यह अकाउंट प्राइवेट है। इसमें सिर्फ छह पोस्ट हैं। बताया जाता है कि राधिका कई बार पिता के प्रेशर में आकर इंटरनेट मीडिया अकाउंट बंद करती थीं और बार में फिर शुरू करती थीं। उसने ऐसा कई बार किया था।
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