गुरुग्राम में इस जगह पर ऑर्बिटल रेल का रेलवे स्टेशन बनाने की उठी मांग, किसानों से सौंपा ज्ञापन
भारतीय किसान संघ ने पटौदी के एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जिसमें आर्बिटल रेल कॉरिडोर पर सुल्तानपुर में रेलवे स्टेशन बनाने की मांग की गई। किसानों ने केएमपी एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान दिए गए बढ़े हुए मुआवजे को वापस न लेने का भी आग्रह किया क्योंकि वे पहले ही 2012 में प्राप्त मुआवजे को खर्च कर चुके हैं। किसानों ने मुआवजे की वापसी का विरोध किया।

संवाद सहयोगी, पटौदी। भारतीय किसान संघ के तत्वावधान में किसानों ने पटौदी के एसडीएम दिनेश कुमार लुहाच को दो अलग-अलग ज्ञापन देकर मांग की है कि आर्बिटल रेल कॉरिडोर पर सुल्तानपुर लेक अथवा सुल्तानपुर के नाम से रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाए तथा केएमपी एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान खंड के विभिन्न किसानों को दिया गया बढ़ा हुआ मुआवजा वापस न लिया जाए।
लोगों ने एसडीएम को बताया कि आर्बिटल रेल कॉरिडोर पर सुल्तानपुर एक प्रमुख स्थान पड़ता है तथा सुल्तानपुर लेक पर आने जाने वाले लोगों की संख्या भी काफी रहती है। ऐसे में आर्बिटल रेल का ठहराव दिया जाना उचित है।
इधर, दिए गए दूसरे ज्ञापन में किसानों ने उन्हें बताया कि केएमपी एक्सप्रेसवे निर्माण के दौरान किसानों को भूमि का मुआवजा पहले 12,50,000 प्रति एकड़ के हिसाब से तय किया गया था।
बाद में उच्च न्यायालय ने यह मुआवजा 14,52,000 रुपये प्रति एकड़ तथा बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने सुल्तानपुर गांव का मुआवजा 25,20,000 रुपये प्रति एकड़ तय किया था। यह मुआवजा उन्हें वर्ष 2012 में दे भी दिया गया।
अब एचएसआइआइडीसी ने सेशन कोर्ट में मुकदमा डाला है तथा बढ़े हुए मुआवजे को वापस जमा करवाने को कहा है। किसान 13 वर्ष पूर्व मिले मुआवजे को खर्च कर चुके हैं।
किसानों से यह मुआवजा वापिस न लिया जाए। इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओम सिंह चौहान, भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष महेश यादव, बीरबल सैनी, मेहरचंद शर्मा, सोमबीर चौहान, विकास यादव, विष्णु यादव तथा नरेश यादव उपस्थित रहे।

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