Gurugram News: गोदरेज एयर प्रोजेक्ट में अधूरे वादों से खरीदार परेशान, बिल्डर के खिलाफ किया प्रदर्शन
सेक्टर-85 स्थित गोदरेज एयर प्रोजेक्ट में अधूरी सुविधाओं और बंद रास्तों के कारण खरीदारों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। खरीदारों का कहना है कि कंपनी ने प्रीमियम रिहायशी क्षेत्र का वादा किया था लेकिन वादे पूरे नहीं किए गए। सड़क बंद होने लिफ्ट अधूरी होने और कब्जे में देरी के कारण लोग परेशान हैं।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। सेक्टर-85 स्थित गोदरेज एयर प्रोजेक्ट में घर खरीदने वाले सैकड़ों परिवार अब खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। रियल एस्टेट कंपनी गोदरेज प्रापर्टीज के इस प्रोजेक्ट को एक प्रीमियम रिहायशी पते के रूप में प्रचारित किया गया था, लेकिन आज यह अधूरी सुविधाओं, टूटी उम्मीदों और मानसिक-आर्थिक पीड़ा का केंद्र बन चुका है।
इसी को लेकर रविवार को दोपहर 12 बजे गोदरेज एयर साइट पर करीब 500 परिवारों की ओर से शांतिपूर्ण प्रदर्शन आयोजित किया गया। लोगों ने प्रशासन और बिल्डर प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी की।
खरीदारों का कहना है कि जिस 24 मीटर चौड़ी सेक्टर रोड से प्रोजेक्ट को मल्टी यूटिलिटी कारिडोर से जोड़ा जाना था, वह जमीन लीज पर थी। अब लीज खत्म होने के कारण रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इससे पूरा परिसर बाहरी दुनिया से कट गया है।
दूसरी ओर बिल्डर-बायर एग्रीमेंट में दर्शाया गया वैकल्पिक रेवेन्यू रास्ता न केवल अधूरा है बल्कि अभी तक किसी प्राधिकरण से स्वीकृत भी नहीं है। प्रत्येक टावर में तीन लिफ्टों का वादा किया गया था, लेकिन केवल दो धीमी गति की लिफ्टें लगाई गई हैं जबकि तीसरी लिफ्ट की शाफ्ट को बंद कर दिया गया है।
यह स्थिति बुजुर्गों, बच्चों और विकलांग निवासियों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन रही है। वहीं कई परिवारों ने पूरी राशि वर्षों पहले जमा कर दी थी लेकिन अब तक उन्हें कब्जा नहीं मिल पाया है और न ही बिल्डर की ओर से कोई निश्चित समय सीमा दी गई है।
खरीदारों का कहना है कि देरी का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है लेकिन जब उनसे भुगतान में हल्की भी देरी होती है तो उन पर 6,000 से 10,000 तक का जुर्माना लगाया जाता है।
इतना ही नहीं बिल्डर द्वारा तय की गई देरी के मुआवजे को भी देने से इनकार किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि यह पजेशन के समय समायोजित किया जाएगा। वे दोहरा बोझ झेल रहे हैं, एक तरफ किराया और दूसरी ओर ईएमआइ।
इसके अलावा प्रोजेक्ट का क्लब हाउस, जो मार्च 2025 तक बनकर तैयार होना था अब तक अधूरा पड़ा है। अन्य सुविधाएं भी अधूरी हैं, जिससे निवासियों का भरोसा टूटता जा रहा है। सबसे चिंता की बात यह है कि कंपनी की ओर से भेजे गए मेल, काल और फॉलोअप्स का कोई जवाब नहीं मिल रहा जिससे खरीदार खुद को उपेक्षित और परेशान महसूस कर रहे हैं।
रविवार को हुए इस विरोध प्रदर्शन में राम पाल सिंह, जतिन गांधी, जयंत छाबड़ा, प्रवीण अग्रवाल, नवीन जैन, प्रिंस मल्होत्रा, गौतम वाधवा, शिवेश सिंह, यामीन भट्ट, वरुण और करीमुद्दीन खान सहित कई परिवारों ने भाग लिया।
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