दुबई की तर्ज पर NCR का ये शहर बनेगा ग्लोबल सिटी, पूरी दुनिया का खींचेगा ध्यान
गुरुग्राम में ग्लोबल सिटी को दुबई और सिंगापुर की तर्ज पर विकसित करने की योजना है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दुबई दौरे से इस परियोजना को गति मिलने की उम्मीद है। सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई सुविधाएं देने की योजना बना रही है। इस परियोजना में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश होने और पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।

आदित्य राज, गुरुग्राम। दुबई व सिंगापुर की तर्ज पर विकसित की जाने वाली ग्लोबल सिटी के विकास को प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दुबई दौरे से पंख लगेंगे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल एक से तीन सितंबर तक दुबई का दौरा करेगा।
प्रतिनिधमंडल में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह भी शामिल होंगे। प्रतिनिधिमंडल दुबई के उद्यमियों व विभिन्न क्षेत्र के कारोबारियों के साथ ग्लोबल सिटी में निवेश को लेकर संवाद करेगा। उन्हें आकर्षित करने के लिए ग्लोबल सिटी में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
बता दें कि प्रदेश सरकार ने द्वारका एक्सप्रेसवे के नजदीक सेक्टर 37बी इलाके में 1003 एकड़ में ग्लोबल सिटी विकसित करने की योजना है। प्रदेश सरकार चाहती है कि ग्लोबल सिटी में दुबई एवं सिंगापुर का अहसास हो।
इसके लिए कुछ इमारतें दुबई के बुर्ज खलीफा एवं सिंगापुर के यूनिवर्सल स्टूडियो की तर्ज पर बनाने का विचार है। यह तभी संभव होगा जब दुबई एवं सिंगापुर के निवेशक आगे आएंगे। इसे ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एवं उद्योग व वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह दुबई का दौरा करने पहुंचेंगे।
वहां के उद्यमियों एवं कारोबारियों से संवाद कर यह जानने का प्रयास करेंगे कि उन्हें क्या-क्या सुविधाएं चाहिए। जो सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना हैं, उनके बारे में जानकारी दी जाएगी। जो सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, उनके ऊपर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
दुबई के उद्यमियों व कारोबारियों को जानकारी दी जाएगी कि ग्लोबल सिटी जहां पर विकसित होगी, वह जगह विश्वस्तरीय द्वारका एक्सप्रेसवे के नजदीक है। सिटी के नजदीक तक मेट्रो का विस्तार किया जाएगा। यही नहीं यह दिल्ली-जयपुर हाईवे के भी नजदीक है।
उन्हें यह भी बताया जाएगा कि ग्लोबल सिटी एयरपोर्ट से केवल 25 से 30 मिनट की दूरी पर होगी। 100 मंजिल तक की इमारतों को बनाने की अनुमति होगी। 14 दिनों के भीतर किसी भी प्रकार की एनओसी देने की व्यवस्था पर जोर दिया जाएगा।
एक लाख करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना
पहले चरण के दौरान ग्लोबल सिटी 587 एकड़ में विकसित की जाएगी। इसके ढांचागत विकास पर लगभग 940 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पूरे प्रोजेक्ट में लगभग एक लाख करोड़ रुपये का निवेश होने की संभावना है। पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
10.5 किलोमीटर लंबा यूनिलिटी सिस्टम तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है। पानी की सप्लाई के लिए सात दिन का बैकअप सिस्टम रहेगा। लगभग 125 एकड़ भूमि ग्रीनरी एवं ओपन स्पेस के लिए आरक्षित की जाएगी।
सरकार का प्रयास है कि दुनिया की फार्च्यून 500 कंपनियों में से अधिकतर का कारपोरेट ऑफिस ग्लोबल सिटी में हो। परिसर में छह आन कैंपस स्कूल, एक कालेज और एक विश्वस्तरीय अस्पताल की सुविधा होगी।
आंतरिक परिवहन की बेहतर सुविधा को ध्यान में रखकर मल्टी माडल परिवहन मार्गों का उपयोग किया जाएगा। परिसर में ही डेडिकेटिड बस रूट के साथ ईवी बस, पैदल यात्री मार्ग और साइकिल ट्रैक की भी सुविधा होगी।
अब तक ग्लोबल सिटी में निवेश करने को लेकर डीएलएफ, हीरो रियल्टी, एलएंडटी, अडानी रियल्टी, प्रेस्टीज ग्रुप, बेस्टेक ग्रुप, लोढ़ा ग्रुप, एल्डको ग्रुप, सिग्नेचर ग्रुप सहित कंपनियां दिलचस्पी दिखा चुकी हैं।
ग्लोबल सिटी को इस तरह विकसित किया जाएगा कि पूरी दुनिया से लोग देखने पहुंचेंगे। ढांचागत सुविधाएं विकसित करने की दिशा में काम तेजी से चल रहा है। कई कंपनियां निवेश को लेकर दिलचस्पी दिखा चुकी हैं। प्रयास है कि ग्लोबल सिटी को लेकर पूरी दुनिया के निवेशक आकर्षित हों। इसी दिशा में विदेशी निवेशकों के साथ संवाद आवश्यक है। पूरी दुनिया के निवेशकों की पसंद हरियाणा काफी पहले से बना हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि ग्लाेबल सिटी पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगी।
राव नरबीर सिंह, उद्योग व वाणिज्य मंत्री, हरियाणा
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