दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर बस में लगी आग ने छीन ली दो महिलाओं की जिंदगी, एक बच्ची अभी भी लापता
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर बुधवार रात को एक स्लीपर बस में आग लग गई थी। इस आग में जिंदा जली दो महिलाओं की पहचान हो गई है। वहीं एक बच्ची अभी भी लापता है। आग से करीब 15 लोग झुलसे थे। इसके अलावा बस से कूदने से भी 10 से ज्यादा लोग घायल हुए। कई अस्पताल से घर चले गए। वहीं 13 अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर बुधवार रात साढ़े आठ बजे स्लीपर बस में लगी आग में जिंदा जली दो महिलाओं की पहचान हो गई है। वहीं हादसे में मृत एक महिला की पांच साल की बच्ची अभी लापता है। आग लगने के सटीक कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी हुई है। बस से दो घरेलू सिलेंडर बरामद किए गए हैं। सेक्टर 40 थाना पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
बस में आग से झुलसीं हमीरपुर के राहट निवासी राम कुमारी ने बताया कि उनके परिवार में करीब दस सदस्य थे। इनमें तीन बच्चे थे। रामकुमारी के साथ उनके भाई दिनेश, दिनेश की पत्नी 28 वर्षीय माया और उनकी बेटी पांच वर्षीय दीपाली, रामकुमारी के बेटे परवीन और पांच अन्य लोग भी थे। सभी लोगों ने श्रीराम एंड समय ट्रेवेल्स की बस में हमीरपुर जाने के लिए टिकट बुक कराया था।
शाम साढ़े सात बजे बस सेक्टर 12 चौक से चली थी। हाईवे पर साढ़े आठ बजे बस में नीचे से आग लगनी शुरू हुई। जब तक कुछ समझ पाते, तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया। करीब नौ मिनट में ही बस पूरी तरह जल गई। आग लगने के दौरान सभी यात्री खिड़कियां तोड़कर नीचे कूदे। इस दौरान ऊपर स्लीपर सीट पर बैठी माया और उनकी बेटी दीपाली फंसे रह रहे गए।
13 जख्मी अभी भी अस्पताल में भर्ती
पुलिसकर्मियों ने बस से दो शवों को बाहर निकाला। आग से करीब 15 लोग झुलसे थे। इसके अलावा बस से कूदने से भी 10 से ज्यादा लोग घायल हुए। देर रात 29 मरीजों को अस्पताल लाया गया। यहां से 14 लोगों को मरहम पट्टी के बाद वापस भेज दिया गया। 13 अभी भर्ती हैं। दो लोगों को सफदरगंज रेफर किया गया।
मृत दो महिलाओं की हुई पहचान
दूसरी ओर मेदांता में भी पांच लोगों को रात में भर्ती कराया गया था। यहां से भी सभी को सफदरगंज रेफर कर दिया गया। शाम को पुलिस पीआरओ की तरफ से बताया गया कि बस में जलने से दो मृत महिलाओं की पहचान की गई। इनकी पहचान राहट निवासी विनोद की पत्नी माया और महोबा के चरकारी निवासी बलू की पत्नी गायत्री के रूप में हुई है।
इस घटना के बाद से माया की पांच वर्षीय बेटी का कोई पता नहीं चल पाया है। वह अभी लापता है। संभावना है कि आपाधापी के बीच किसी ने बच्ची को झुलसी हालत में बस से निकाला और अस्पताल भेजा। पुलिस बच्ची की तलाश कर रही है।
शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका
आग लगने के बाद पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा और डीसी निशांत कुमार यादव ने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर अन्य पुलिस उपायुक्तों और एसीपी के साथ बचाव व राहत कार्य की कमान संभाली। फॉरेंसिक टीम ने बस से नमूने लिए हैं। वहीं बस के ऊपर से दो पांच किलो वाले घरेलू सिलेंडर बरामद किए गए। अभी तक की जांच में आग लगने के कोई सटीक कारण पता नहीं चल पाए हैं।
दिवाली पर जा रहे थे घर
इसी बस से यात्रा कर रहे मध्य प्रदेश के छतरपुर निवासी मुलायम सिंह, हमीरपुर के झरिया निवासी ठाकुर दास और हमीरपुर के राहट निवासी परवीन भी आग में झुलस गए। इनका इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। इन्होंने बताया कि ये लोग करीब तीन महीनों से नजफगढ़ के पास एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में श्रमिक का काम कर रहे थे। दीवाली मनाने के लिए सभी लोग अपने-अपने घर जा रहे थे।
40 सीटर बस में बिठाए थे 60 लोग
श्रमिकों ने बताया कि डबल डेकर स्लीपर बस में डबल सीट पर आठ लोगों को और सिंगल सीट पर चार लोगों को बिठाया गया था। 40 सीटर बस में 60 से ज्यादा लोगों को बिठाया गया था। इसी कारण जब आग लगी तब ऊपर बैठे लोग निकल नहीं पाए। खिड़कियां तोड़कर नीचे कूदे।
बस में आग लगने की घटना की कई स्तर पर जांच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने भी नमूने लिए हैं। बस से दो घरेलू सिलेंडर बरामद किए गए हैं। ये फटे नहीं थे, इसलिए सिलेंडर से आग लगने की संभावना नहीं है। शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। ट्रेवेल एजेंसी के मालिक से भी पूछताछ की जाएगी। थाने में मामला दर्ज किया गया है। - वरुण दहिया, एसीपी क्राइम
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