फरुखनगर में तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली कटौती शुरू, लोग परेशान
फरुखनगर में तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली कटौती शुरू हो गई है जिससे लोग परेशान हैं। शहरी क्षेत्र में 3-4 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 4-5 घंटे बिजली कटौती हो रही है। अधिकारी लाइन की मरम्मत का हवाला दे रहे हैं लेकिन लोग उनकी लापरवाही से नाराज हैं। लोगों का कहना है कि अधिकारी फोन नहीं उठाते और बिना सूचना के बिजली काट देते हैं।

जागरण संवाददाता, फरुखनगर। तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली कटौती शुरू हो गई है। हर रोज शहरी क्षेत्र में तीन से चार घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में चार से पांच घंटे बिजली कटौती हो रही है। अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं।
इससे लोगों में बिजली निगम के अधिकारियों के खिलाफ रोष बढ़ रहा है। वहीं किसान कृषि कार्य के लिए आठ घंटे बिजली की मांग कर रहे हैं। बिजली कटौती के बारे में जब बिजली निगम के अधिकारियों से जानकारी मांगी जाती है तो वे लाइन डैमेज होने और मरम्मत कार्य चलने का बहाना बनाते हैं।
बढ़ती गर्मी के कारण कई स्थानों पर लाइन डैमेज या फीडर में दिक्कत आने के कारण लंबे समय तक बिजली बंद रहती है। निगम अलग-अलग क्षेत्रों में लाइन रिपेयर के नाम पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक बिजली कटौती लगाता है। लेकिन समय पर काम पूरा न होने के कारण पांच बजे बिजली आपूर्ति शुरू करने की बजाय उपभोक्ताओं को शाम सात से आठ बजे तक बिजली का इंतजार करना पड़ता है।
इसके कारण घरों में लगे इनवर्टर भी काम करना बंद कर देते हैं। इतना ही नहीं, यदि उपभोक्ता बिजली न आने के बारे में जानना चाहते हैं तो एसडीओ, जेई व लाइनमैन तक फोन नहीं उठाते हैं। ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है।
इस संबंध में एसडीओ मेनपाल ने बताया कि बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के लिए काम किया जा रहा है। बिजली कटौती से पहले परमिट लिया जाता है। सुबह सात बजे से दस बजे तक परमिट लेकर फीडर पर काम किया जा रहा है।
पिछले एक महीने से लगातार बिजली कटौती की जा रही है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली सुचारू मिलनी चाहिए। अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं।
-दीपक यादव
बिजली निगम के कर्मचारी बिना सूचना दिए बिजली काट देते हैं। ऐसे में लोगों को घरेलू व कृषि कार्य करने में परेशानी होती है। दिनभर में सात से आठ घंटे बिजली कटौती की जाती है।
-एडवोकेट पूनम यादव
बिजली निगम के कर्मचारी समय पर बिजली नहीं देते हैं। वे अपनी मर्जी से काम करते हैं। इतना ही नहीं, जब लोग फोन पर जानकारी मांगते हैं तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है।
-सुखबीर तंवर
पिछले कई दिनों से बिजली की समस्या बनी हुई है। बिजली न होने के कारण सुबह का कोई भी काम समय पर नहीं हो पाता है। अधिकारियों द्वारा लगाए जाने वाले अघोषित बिजली कटों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जाती है, जो सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
-अरुण कुमार
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