Gurugram News: गुरुग्राम में पराली जलाई तो भरना होगा जुर्माना, निगरानी टीम किसानों पर रखेगी पैनी नजर
Gurugram News सर्दी के आगमन के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में पराली का धुआं लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। ऐसे में गुरुग्राम की जिला प्रशासन ने पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना लगाने का फैसला किया है।
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। सर्दी के आगमन के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में पराली का धुआं लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। ऐसे में गुरुग्राम की जिला प्रशासन ने पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना लगाने का फैसला किया है। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि जिला प्रशासन खतरे को रोकने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसके तहत पराली जलाने वाले किसानों पर 2500 रुपए प्रति एकड़ का जुर्माना लगाया जाएगा।
उपायुक्त ने किसानों से की अपील
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जिले के सभी किसानों से अपील की है कि वह धान की कटाई के बाद उनके अवशेष को नहीं जलाएं। ऐसा करने वाले किसानों को 2500 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से आर्थिक दंड देना होगा। इन्हें जलाने से पर्यावरण को भारी नुकसान होता है और वायु प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। पराली के धुएं से पशु-पक्षियों और पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचता है। भावी पीढ़ी की खुशहाली के लिए पर्यावरण को स्वच्छ रखना हम सभी का नैतिक दायित्व है।
निगरानी टीम रखेगी नजर
उपायुक्त ने कहा कि फसलों के अवशेष जलाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। जिला प्रशासन की ओर से जिला, उपमंडल, खंड और गांव स्तर पर निगरानी के लिए टीमों का गठन किया गया है। इसके लिए पर्यावरण नियंत्रण विभाग को निर्देश दिए गए हैं।
पराली प्रबंधन के लिए यंत्र पर छूट
उपायुक्त ने बताया कि जिले में किसानों की सुविधा के लिए पराली प्रबंधन से संबंधित यंत्र लेने पर 50 प्रतिशत की छूट तथा कस्टम हायरिंग सेंटर जो कि किसी पंजीकृत किसान समूह या पंचायत को 80 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराए गए हैं। उपायुक्त ने किसानों से सुपर सीडर, जीरो टिलेज मशीन, स्ट्रा रीपर, स्ट्रा मल्चर, रीपर बाइंडर, एमबीप्लो आदि जैसे स्टबल प्रबंधन उपकरणों का उपयोग करने की अपील की है।
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