अमटेक ऑटो समूह पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, करीब 558 करोड़ की संपत्ति की कुर्क
Amtek Auto Money Laundering Case प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अमटेक ऑटो समूह से जुड़ी 557.49 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियों को कुर्क किया है। इससे पहले ईडी ने 5 सितंबर 2024 को 5115.31 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थीं। यह मामला 27000 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले से जुड़ा हुआ है जिसकी जांच उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद ईडी ने शुरू की थी।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत बुधवार को अमटेक ऑटो लिमिटेड, एआरजी लिमिटेड, एसीआइएल लिमिटेड, मेटालिस्ट फोर्जिंग लिमिटेड और कैस्टेक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की 557.49 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियों को कुर्क किया है।
मामले में समूह के प्रवर्तक अरविंद धाम और अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता की भी जांच जारी है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने 5 सितंबर 2024 को 5115.31 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थीं, जिसे न्यायिक प्राधिकरण से अनुमोदन भी मिल चुका है।
27,000 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले से जुड़ा है मामला
पहले निदेशालय ने देशभर में 40 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी और छह सितंबर 2024 को अरविंद धाम को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किया था। यह मामला 27,000 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने शुरू की थी।
न्यायालय ने इस मामले में सार्वजनिक धन के दुरुपयोग पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए जांच के निर्देश दिए थे। घोटाले में आईडीबीआई बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शिकायतों के आधार पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
फाइल फोटो
कुर्क संपत्तियों में दिल्ली-एनसीआर की कई अचल संपत्तियां शामिल
आरोप है कि कंपनियों ने बैंक ऋण प्राप्त करने के लिए वित्तीय दस्तावेजों में हेरफेर किया और ऋण की राशि को अन्यत्र स्थानांतरित कर सरकारी बैंकों को भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया। कुर्क की गई संपत्तियों में राजस्थान और पंजाब में 145 एकड़ कृषि भूमि, दिल्ली-एनसीआर की कई अचल संपत्तियां, विभिन्न बैंकों में जमा राशि, सावधि जमा, शेयर, म्यूचुअल फंड और अन्य वित्तीय निवेश शामिल हैं।
जांच में यह भी सामने आया है कि अमटेक आटो समूह ने अपने सूचीबद्ध कंपनियों के माध्यम से शेयर बाजार में अनियमितताएं कीं और कुछ कुख्यात वित्तीय दलालों के साथ मिलकर आर्थिक लाभ प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त, समूह की कुछ कंपनियों द्वारा अचल संपत्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमित निवेश किया गया। प्रवर्तन निदेशालय इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रहा है और आगे भी कुर्की और गिरफ्तारियों की संभावना है।
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