अंसल प्रॉपर्टीज पर ED की बड़ी कार्रवाई, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब में संपत्तियां कीं अटैच
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन मामले में अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एपीआईएल) की 10.55 करोड़ रुपये की छह अचल संपत्तियां अटैच की हैं। ये संपत्तियां गुरुग्राम ग्रेटर नोएडा और लुधियाना में स्थित हैं जो कंपनी के निदेशकों के नाम पर हैं। यह मामला प्रदूषण नियंत्रण कानूनों के उल्लंघन से जुड़ा है जिसमें कंपनी पर पर्यावरण मानकों का पालन न करने और अवैध लाभ कमाने का आरोप है।

गौरव सिंगला, नया गुरुग्राम। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के गुरुग्राम जोनल कार्यालय ने धन शोधन मामले में अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एपीआईएल) से जुड़ी छह अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच किया है।
इन संपत्तियों की कुल कीमत लगभग 10.55 करोड़ रुपये बताई गई है। ये संपत्तियां गुरुग्राम (हरियाणा), ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) और लुधियाना (पंजाब) में स्थित हैं।
ये संपत्तियां कंपनी के निदेशकों और लाभार्थियों सुशील अंसल, प्रणव अंसल एंड सन एचयूएफ और कुसुम अंसल के नाम पर हैं। यह मामला प्रदूषण नियंत्रण कानूनों के उल्लंघन से जुड़ा है।
ईडी की जांच हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) की शिकायतों के आधार पर शुरू हुई थी। बोर्ड ने आरोप लगाया था कि कंपनी ने गुरुग्राम के अपने प्रोजेक्ट सुशांत लोक एक और एसेंसिया में पर्यावरण मानकों का पालन नहीं किया।
जांच में सामने आया कि कंपनी ने सुशांत लोक एक में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) नहीं लगाया और गंदा पानी सीधे एचएसवीपी की सीवर लाइन में डाल दिया। वहीं एसेंसिया प्रोजेक्ट में लगाया गया एसटीपी भी कम क्षमता का था और उसे चलाया नहीं गया।
जांच में यह भी पाया गया कि कंपनी ने गंदे पानी को बिना ट्रीट किए बहाकर न केवल पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया बल्कि अवैध लाभ भी कमाया।
ईडी ने अनुमान लगाया है कि कंपनी को इस तरह लगभग 10.55 करोड़ रुपये का अनुचित फायदा हुआ जिसे अपराध से अर्जित धन माना गया है।
ईडी ने इन अवैध कमाई को प्रोसीड्स ऑफ क्राइम बताते हुए संपत्तियों को अटैच किया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
यह भी पढ़ें- Video: 'मंत्री का खुद का फार्म हाउस है, हिम्मत है तो तोड़ के दिखा', डीटीपी को सुपरीबाज बता बिफरा कांग्रेस नेता
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।