Video: 'मंत्री का खुद का फार्म हाउस है, हिम्मत है तो तोड़ के दिखा', डीटीपी को सुपरीबाज बता बिफरा कांग्रेस नेता
गुरुग्राम के बादशाहपुर में एक इमारत विध्वंस के दौरान कांग्रेस नेता ने DTP को सुपारीबाज कहा जिससे विवाद बढ़ गया। नेता ने आरोप लगाया कि कार्रवाई राजनीतिक है क्योंकि उन्हें सुनवाई का मौका नहीं मिला। DTP ने अतिक्रमण हटाने की बात कही। निगम ने बिना अनुमति के बने एक कॉमर्शियल भवन को ध्वस्त कर दिया जिसके बाद नेता ने माफी मांगी।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। शहर के बादशाहपुर क्षेत्र में एक बिल्डिंग को तोड़ने के दौरान हंगामा हो गया। इस दौरान कांग्रेस नेता एवं आरटीआई कार्यकर्ता राजेश यादव ने जीएमडीए के डीटीपी एवं नोडल ऑफिसर इन्फोर्समेंट आरएस बाठ को सुपारीबाज कह दिया।
पुलिस के सामने काफी देर तक बहस हुई और कांग्रेस नेता ने इस कार्रवाई को राजनीतिक बताया। कहा कि डीटीपी कैबिनेट मंत्री एवं बादशाहपुर विधायक के इशारे पर काम कर रहे हैं। मंत्री का खुद का फार्म हाउस है गैरतपुर में, हिम्मत है तो तोड़ के दिखाओ।
आरोप यह भी लगाया कि दो दिन पहले ही बिल्डिंग को खाली करने का नोटिस मिला था, जिसको लेकर कोर्ट में सुनवाई थी। लेकिन इससे पहले ही सुबह आठ बजे ही टीम तोड़फोड़ करने के लिए पहुंच गई।
वहीं, इस मामले में डीटीपी आरएस बाठ का कहना है कि गुरुग्राम को अतिक्रमणमुक्त बनाया जाएगा। अगर कोई बदतमीजी करेगा या कार्य में बाधा पहुंचाएगा तो उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कार्रवाई जाएगी।
Video: "मंत्री का खुद का फार्म हाउस है, हिम्मत है तो तोड़कर दिखा"
Congress leader Rajesh Yadav calls Gurugram's DTP a "Supari Killer" during a demolition drive in Badshahpur.#Gurugram #DemolitionDrive #RajeshYadav #UrbanDrama #indiannationalcongress #dtpGurugram pic.twitter.com/uRydFDl7Ud
— Kushagra Mishra (@m_kushagra) October 1, 2025
यह है पूरा मामला
नगर निगम गुरुग्राम की टीम ने नोडल ऑफिसॅर आरएस बाठ के नेतृत्व में बुधवार को बादशाहपुर स्थित तपस्या ग्रैंड वाॅक माॅल के सामने स्थित एक बड़े कॉमर्शियल भवन को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।
निगम अधिकारियों के अनुसार यह भवन लगभग एक हजार वर्ग गज में बिना किसी अनुमति के बनाया गया था और इसमें विनायक फर्नीचर शोरूम संचालित हो रहा था।
नगर निगम ने पहले ही भवन मालिक को कारण बताओ नाेटिस और डिमोलिशन ऑर्डर जारी किया था। 29 सितंबर को निगम ने फिर से भवन को खाली करने का नोटिस जारी किया।
नोटिस में कहा गया कि पूर्व में हरियाणा नगर निगम अधिनियम 1994 की धारा 261(1) के तहत दो जनवरी 2024 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
उसके बावजूद अवैध निर्माण कार्य जारी रहा। इसके बाद डिमोलिशन ऑर्डर भी जारी किया गया, परंतु भवन मालिक राजेश की ओर से निर्माण को रोका नहीं गया।
डीटीपी आरएस बाठ के नेतृत्व में जेसीबी और पुलिस बल की मौजूदगी में नगर निगम के जोन-एक इन्फोर्समेंट टीम ने मौके पर पहुंचकर अभवन को जमींदोज कर दिया।
पुलिस साथ ले गई, बाद में मांगी माफी
हंगामा बढ़ता देख पुलिस राजेश यादव को अपने साथ ले गई। बाद में राजेश यादव का एक वीडियो जारी हुआ, जिसमें उन्हाेंने डीटीपी को सुपारीबाज कहने पर क्षमा मांगी।
उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ के दौरान आवेश में ऐसे शब्दों का प्रयोग कर दिया था क्योंकि बिल्डिंग तोड़ने से पहले उनको सुनवाई का मौका नहीं दिया गया।
यह भी पढ़ें- गुरुग्राम में साइबर ठगों ने बिजली बोर्ड कर्मी का फोन किया हैक, खाते से निकाले 4.39 लाख रुपये
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।