अब 24 घंटे चलेगा द्वारका एक्सप्रेसवे टनल का ट्रायल, गुरुग्राम से दिल्ली एयरपोर्ट का सफर होगा आसान
Dwarka Expressway Tunnelऔर एयरपोर्ट टनल का 24 घंटे का ट्रायल शुरू हो गया है। नेटवर्क की समस्या अभी भी बनी हुई है जिसे 15 दिनों में ठीक करने का लक्ष्य रखा गया है। लोगों की शिकायत है कि टनल में नेटवर्क कमजोर हो जाता है। एनएचएआई ने टेलीकॉम कंपनियों से जल्द सुविधाएं विकसित करने को कहा है।

आदित्य राज, गुरुग्राम। द्वारका एक्सप्रेसवे टनल एवं एयरपोर्ट टनल का ट्रायल मंगलवार से 24 घंटे चलेगा। जहां कहीं भी कमी सामने आएगी, निर्माण कंपनी आवश्यकतानुसार ट्रैफिक को रोककर यानी टनलों को बंद करके काम करेगी। नेटवर्क की समस्या अभी भी बनी हुई है।
इसका समाधान अगले 15 दिनों के भीतर दूर करने का लक्ष्य रखा गया है। टेलीकाम सेक्टर की कंपनियों को अपने हिसाब से सुविधा विकसित करने की अनुमति दे दी गई है। बताया जाता है कि नेटवर्क की समस्या दूर होने तक टनलों का 24 घंटे ट्रायल किया जाएगा। समस्या दूर होने के बाद स्थायी रूप से चालू कर दिया जाएगा। वैसे निर्माण कंपनी से कहा गया है कि स्थायी रूप से चालू होने के बाद कुछ दिनों तक लगातार 24 घंटे नजर रखी जाए।
दोनों टनल का ट्रायल 15 दिन पहले शुरू किया गया है। पहले चार घंटे का ट्रायल किया गया। इसके बाद छह घंटे, फिर आठ घंटे के बाद 12 घंटे का ट्रायल करने के बाद अब 24 घंटे का ट्रायल किया जाएगा।
पीक ऑवर में नहीं लगेगा ट्रैफिक जाम
ट्रायल के ऊपर अधिक जोर इसलिए दिया जा रहा है ताकि आगे किसी भी स्तर पर कमी न रहे। खासकर द्वारका एक्सप्रेसवे टनल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि 24 घंटे तक टनल चालू किए जाने के बाद प्रतिदिन औसतन एक लाख वाहन तक इससे निकल सकते हैं। अधिकतर वाहन पीक आवर के दौरान ही निकलते हैं।
पीक आवर के दौरान कहीं भी कमी सामने आने पर ट्रैफिक व्यवस्था को संभालना मुश्किल हो जाएगा। इसे देखते हुए सुरक्षात्मक कमियों को दूर करने से लेकर आवश्यक सुविधाएं विकसित करने के ऊपर जोर दिया जा रहा है। अभी लाेगों की सबसे बड़ी शिकायत नेटवर्क न मिलने की दूर नहीं हुई है।
द्वारका एक्सप्रेसवे टनल में एंट्री करते ही चला जाता है नेटवर्क
टनल से गुजरने वाले सेक्टर-70 निवासी कारोबारी रणधीर वर्मा एवं सुशांत लोक-तीन निवासी अरविंद मेहता कहते हैं कि द्वारका एक्सप्रेसवे टनल में प्रवेश करते ही नेटवर्क कमजोर होना शुरू हो जाता है। बीच में नेटवर्क पूरी तरह गायब हो जाता है। नेटवर्क की समस्या एयरपोर्ट टनल में न के बराबर है। इसे जितनी जल्द हो ठीक करना चाहिए।
लोगों की शिकायतों को देखते भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने टेलीकाम सेक्टर की कंपनियों से कहा है कि जितनी जल्द हो सुविधाएं विकसित करें। कंपनियों ने अगले 15 दिनों के भीतर नेटवर्क को ठीक करने का भरोसा दिलाया है।
बता दें कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा से महिपालपुर में शिवमूर्ति के सामने तक द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है। एक्सप्रेसवे से यशोभूमि के नजदीक एयरपोर्ट की तरफ जाने-आने के लिए 3.5 किलोमीटर लंबी टनल एवं एयरपोर्ट से गुरुग्राम की तरफ निकलने के लिए 2.2 किलोमीटर लंबी टनल बनाई गई है।
मानसून के दौरान होगी परीक्षा
टनलों में जलभराव न हो इसके लिए कैच ड्रेन बनाई गई है। यह ड्रेन कितनी कारगर है, यह मानसून के दौरान तेज वर्षा के दौरान सामने आएगा। इसे देखते हुए एनएचएआइ के अधिकारियों को मानसून का बेसब्री से इंतजार है। अधिकारियों का कहना है कि तेज वर्षा के दौरान तैयारी की परीक्षा हो जाएगी। यदि कमी सामने आएगी, उसका स्थायी तौर पर समाधान किया जाएगा ताकि आगे दिक्कत न हो। एनएचएआइ के पूर्व तकनीकी सलाहकार जेएस सुहाग कहते हैं कि कितनी भी तैयारी कर लें जब समय आता है तभी असली परीक्षा होती है। जलभराव की तैयारी की परीक्षा तब होती है जब काफी देर तक तेज वर्षा हो।
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