हरियाणा वालों के लिए गुड न्यूज, अंबाला से भी कनेक्ट होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे; लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
Delhi Mumbai Expressway अब अंबाला से भी जुड़ेगा। कोटपुतली-अंबाला हाईवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए कोटपुतली से अलवर तक नए एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू हो गया है। इस 86 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट पर 1400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे अंबाला और उत्तरी हरियाणा के शहरों की मुंबई से कनेक्टिविटी काफी बेहतर होगी जिससे व्यापार में तेजी आने की उम्मीद है।

आदित्य राज, गुरुग्राम। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से अंबाला भी कनेक्ट होगा। इसके लिए कोटपुतली-अंबाला हाईवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए कोटपुतली से अलवर तक नया एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू किया गया है। अगले दो साल के भीतर निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है।
एक्सप्रेस के निर्माण से न केवल अंबाला की बल्कि उत्तर हरियाणा के कई शहरों से लेकर पंजाब तक के कई शहरों की कनेक्टिविटी मुंबई से बेहतर हो जाएगी। शुरुआत में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से आर्थिक राजधानी मुंबई की कनेक्टिविटी बेहतर करने के उद्देश्य से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण करने की योजना बनाई गई थी।
कोटपुतली से अलवर के बीच बनाया जा रहा एक्सप्रेसवे। फोटो- जागरण
कई शहरों की कनेक्टिविटी होगी बेहतर
अब देश के कई अन्य शहरों की कनेक्टिविटी भी मुंबई से बेहतर हो, इस बारे में काम शुरू हो चुका है। इसी दिशा में कोटपुतली-अंबाला हाईवे को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए 86 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेसवे कोटपुतली के नजदीक से लेकर अलवर तक बनाया जा रहा है। इसके ऊपर 1400 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद अंबाला से आने वाले वाहन, जिन्हें मुंबई जाना है, वे कोटपुतली से जयपुर की तरफ की जाने की बजाय सीधे अलवर के नजदीक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर चढ़ जाएंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से मुंबई काफी कम समय में पहुंचा जा सकेगा।
कब चालू होगा जयपुर को जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे?
जयपुर को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधा जोड़ने के लिए एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। अगले महीने के अंत तक इसे चालू किया जा सकता है। बता दें कि इस साल के अंत तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। सवाई माधोपुर से आगे तक का पैकेज विधिवत चालू किया जा चुका है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद दिल्ली व गुरुग्राम के अलावा अलवर, जयपुर, दौसा, किशनगढ़, अजमेर, रणथंभोर, सवाई माधोपुर, लालसोट, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, रतलाम, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा व सूरत सहित कई शहरों की कनेक्टिविटी मुंबई से बेहतर हो जाएगी।
कितनी रफ्तार से चला सकते हैं वाहन?
बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर 120 किलोमीटर प्रतिघंटे तक की स्पीड से वाहन चला सकते हैं। यह आठ लेन का एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे है।
कोटपुतली के पास से लेकर अलवर तक छह लेन का एक्सप्रेसवे बनाने का काम शुरू हो गया है। यह एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे होगा। कहीं भी बीच रोड पर टोल नहीं होगा। दो साल के भीतर हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। प्रतिदिन कितना काम हुआ, इस बारे में जानकारी हासिल की जा रही है, ताकि समय सीमा के भीतर प्रोजेक्ट पूरा हो सके। - पीके कौशिक, परियोजना निदेशक, एनएचएआई(सोहना)
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