एआई और ड्रोन से होगी साइबर सिटी के तालाबों की पहरेदारी, ऑनलाइन डेटाबेस बनाएगा निगम
गुरुग्राम नगर निगम शहर के 181 तालाबों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कर रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन से तालाबों की निगरानी की जाएगी जिससे अतिक्रमण की रोकथाम हो सके। ऑनलाइन डेटाबेस में तालाबों की जानकारी उपलब्ध होगी। वर्तमान में 65 तालाब अतिक्रमण की चपेट में हैं जिन्हें पुनर्जीवित करने की योजना है।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। गुरुग्राम के तालाब अब तकनीक की निगरानी में होंगे। नगर निगम गुरुग्राम ने शहर के सभी 181 तालाबों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। खास बात यह है कि तालाबों का डेटा निगम के पोर्टल पर ऑनलाइन उपलब्ध होगा और उनकी सुरक्षा व संरक्षण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तथा ड्रोन सर्वे के जरिए सुनिश्चित की जाएगी।
ड्रोन से तालाबों की अलग-अलग कोण से तस्वीरें खींची जाएंगी और हर तालाब का नक्शा, गहराई, और जलस्त्रोत से जुड़ी जानकारी डेटाबेस में दर्ज होगी। एआई आधारित सिस्टम के जरिए जैसे ही किसी तालाब की जमीन पर अतिक्रमण का प्रयास होगा, निगम को तत्काल अलर्ट मिल जाएगा। इससे अवैध कब्जे की रोकथाम आसान हो जाएगी।
गौरतलब है कि फिलहाल शहर के 181 तालाबों में से 65 तालाब अतिक्रमण की चपेट में हैं। निगम का मानना है कि ऑनलाइन निगरानी से इन कब्जों को हटाने की कार्रवाई तेज होगी। इसके साथ ही जिन तालाबों में पानी नहीं है या जो समतल हो चुके हैं, उन्हें गहरा कर पुनर्जीवित किया जाएगा ताकि वर्षा जल संचयन और भूजल रिचार्ज को बढ़ावा मिल सके।
निगम ने पार्षदों से अपने-अपने वार्डों के तालाबों का ब्यौरा भी मांगा है ताकि इस परियोजना में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। विशेषज्ञों के अनुसार, यह पहल भविष्य में जल संकट से निपटने के लिए अहम साबित होगी।
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया का कहना है कि शहर के तालाबों का पूरा डेटा ऑनलाइन किया जाएगा और एआई की मदद से उनकी निगरानी होगी। इसको लेकर विस्तृत योजना तैयार की जा रही है।
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