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    गुरुग्राम: नरसिंहपुर जलभराव की समस्या खत्म होने की उम्मीद, GMDA पक्का करेगा 750 मीटर नाला

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 10:53 AM (IST)

    गुरुग्राम के नरसिंहपुर इलाके में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर मॉनसून में होने वाले जलभराव की समस्या अब खत्म होने की उम्मीद है। GMDA 750 मीटर लंबी अस्थायी नाल ...और पढ़ें

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    गुरुग्राम के नरसिंहपुर इलाके में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर मॉनसून में होने वाले जलभराव की समस्या अब खत्म होने की उम्मीद है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। दिल्ली-जयपुर हाईवे के नरसिंहपुर इलाके में हर मॉनसून में लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनने वाली जलभराव की समस्या अब खत्म होने की उम्मीद है। GMDA (गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने इलाके में बनी 750 मीटर लंबी अस्थायी नाली को पक्का करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस प्रोजेक्ट पर 6.41 करोड़ रुपये से ज़्यादा का खर्च आएगा। 8 जनवरी को टेंडर खोला जाएगा, जिसके बाद एजेंसी को काम सौंपा जाएगा। GMDA के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विक्रम सिंह ने बताया कि नाली को पक्का करने का काम लगभग चार महीने में पूरा हो जाएगा।

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    गौरतलब है कि जून 2025 में नरसिंहपुर से बादशाहपुर नाले तक दिल्ली-जयपुर हाईवे के किनारे एक अस्थायी कच्ची नाली बनाई गई थी। इससे बारिश के मौसम में पानी की निकासी में काफी सुधार हुआ था। अब इसे पक्का करने से जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान मिलने की उम्मीद है। मॉनसून के दौरान नरसिंहपुर इलाके में हालात इतने खराब हो जाते हैं कि हाईवे पर खड़ी गाड़ियां भी पानी में डूब जाती हैं।

    हाईवे पर ट्रैफिक जाम

    जलभराव के कारण दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो जाती है। नरसिंहपुर में पानी भरते ही हीरो होंडा चौक से खेड़की दौला टोल प्लाजा तक करीब दस किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है। कभी-कभी हालात इतने गंभीर हो जाते हैं कि गाड़ियां दस घंटे तक रेंगती हैं। इससे हर दिन हजारों यात्रियों, ऑफिस जाने वालों और मालवाहक गाड़ियों को भारी परेशानी होती है।

    औद्योगिक क्षेत्र को भी फायदा होगा

    नरसिंहपुर में हाईवे के किनारे एक औद्योगिक क्षेत्र है। बारिश होते ही कई कंपनियों के परिसर में पानी भर जाता है, जिससे कर्मचारियों की आवाजाही प्रभावित होती है। पानी को अंदर आने से रोकने के लिए उद्योगों को अपने गेट पर रेत की बोरियां रखनी पड़ती हैं। नाली पक्की होने के बाद उद्योगों को भी जलभराव से राहत मिलने की उम्मीद है।

    पंपिंग से स्थायी समाधान नहीं मिल रहा था

    अब तक NHAI, GMDA और नगर निगम पानी निकालने के लिए पंपिंग करते रहे हैं, लेकिन यह सिर्फ एक अस्थायी व्यवस्था साबित हुई। स्थायी समाधान न होने के कारण यह समस्या हर साल बनी रहती थी। नाली के स्थायी निर्माण से इलाके के लोगों को इस पुरानी समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।