'आपका बंटी' लिखने वाली साहित्यकार मन्नू भंडारी का 90 वर्ष की आयु में निधन
आपका बंटी और महाभोज जैसी रचनाओं से साहित्य जगत में सशक्त हस्ताक्षर के तौर स्थापित साहित्य प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाली मन्नू भंडारी ने अपनी कहानियों से लेकर उपन्यास लेखन में एक अलग पहचान बनाई।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नब्बे वर्ष की उम्र में मशहूर साहित्यकार मन्नू भंडारी का निधन हो गया। उन्होंने डीएलएफ स्थित नारायणा अस्पताल में अंतिम सांस ली। 'आपका बंटी' और 'महाभोज' जैसी रचनाओं से साहित्य जगत में सशक्त हस्ताक्षर के तौर स्थापित, साहित्य प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाली मन्नू भंडारी ने अपनी कहानियों से लेकर उपन्यास लेखन में एक अलग पहचान बनाई। सच्ची घटनाओं और पात्रों को केंद्र में रखकर उन्होंने हर उपन्यास में, हर कहानी में जो साहित्यिक ताना-बाना बुना उसमें सच्चाई, जीवन-मूल्य, पारिवारिक संबंध और सामाजिक मान्यताओं का दर्पण दिखता है।
डीएलएफ फेज तीन स्थित आवाज पर मन्नू अपनी बेटी रचना यादव के साथ रहती थीं। रचना ने बताया कि उन्हें नौ नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तेज बुखार होने पर अस्पताल ले जाया गया था। हालात बिगड़ती गई और अस्पताल में ही उनका निधन हो गया। साहित्य जगत ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। वह बड़ी बहन, मित्र, मार्गदर्शक और गाइड थीं। मेरे जीवन में उनका विशेष स्थान था। वह मिरांडा हाउस कालेज में मेरे साथ थीं। उन्होंने कभी यह यह महसूस नहीं होने दिया कि वे इतनी बड़ी साहित्यकार हैं। उनके व्यक्तित्व की सबसे बड़ी बात यह थी कि ज्ञान का अथाह सागर होने के बावजूद उनके अंदर लेस मात्र भी अभिमान नहीं था। वे सरल हृदय और साफगोई के लिए जानी जाती थीं।
- संतोष गोयल, वरिष्ठ साहित्यकार हम सब की प्रिय मन्नू दी के निधन का दुखद समाचार सुनकर स्तब्ध हूं। अभिव्यक्ति संस्था की रजत जयंती में हमारे आमंत्रण पर पधार कर उन्होंने समारोह का मान बढ़ाया था। याद है किस तरह से उन्होंने संस्था की साहित्य सेवा की प्रशंसा की और सदस्यों से पूरे उत्साह से मिलीं थीं। उनके दिवंगत होने से हिदी साहित्य का एक मजबूत स्तंभ गिर गया है।
- चंद्रकांता, वरिष्ठ साहित्यकार
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