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    केएमपी एक्सप्रेसवे: पलवल-मानेसर खंड की मरम्मत शुरू, छह महीने में पूरा होगा काम; 49 करोड़ रुपये की आएगी लागत

    Updated: Sat, 11 Oct 2025 05:57 AM (IST)

    गुरुग्राम में केएमपी एक्सप्रेसवे के मानेसर-पलवल खंड की मरम्मत शुरू हो गई है, जिसका लक्ष्य छह महीने में काम पूरा करना है। 49 करोड़ रुपये की लागत से 53 किलोमीटर के हिस्से की मरम्मत की जाएगी, जिसमें गड्ढों को भरना और कारपेटिंग करना शामिल है। इस मरम्मत से हादसों में कमी आएगी और यातायात सुगम होगा। दैनिक जागरण में लगातार खबरें प्रकाशित होने के बाद यह कार्य शुरू हुआ है।

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    केएमपी एक्सप्रेसवे के एक भाग का मरम्मत कार्य शुरू।

    आदित्य राज, गुरुग्राम। केएमपी एक्सप्रेसवे के मानेसर से पलवल तक के भाग की मरम्मत बृहस्पतिवार से शुरू कर दी गई। अगले छह महीने के भीतर सड़क की मरम्मत का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एक महीने के भीतर सभी बड़े गड्ढे भर दिए जाएंगे। कहां-कहां पर बड़े गड्ढे हैं, इस बारे में सर्वे कर लिया गया है।

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    गड्ढों को भरने के साथ-साथ कारपेंटिंग का कार्य भी किया जाएगा। मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद जहां हादसों पर लगाम लगेगी वहीं ट्रैफिक का दबाव कम होगा। गड्ढों की वजह से वाहन रेंगते रहते हैं। वर्षा होने पर गड्ढों में पानी भर जाता है। इससे ट्रैफिक व्यवस्था और अधिक प्रभावित होती है।

    सोनीपत में कुंडली से लेकर पलवल तक केएमपी एक्सप्रेसवे है। यह गुरुग्राम एवं नूंह से होकर गुजरता है। वैसे तो पूरा एक्सप्रेसवे ही लगभग डैमेज है लेकिन पलवल से मानेसर का भाग सबसे अधिक डैमेज है। कहीं-कहीं पर इस तरह गड्ढे बन गए हैं कि पता ही नहीं चलता है कि गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढे।

    एक्सप्रेसवे की मरम्मत को लेकर दैनिक जागरण में लगातार खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की गईं। टोल देने के बाद भी लोग किस तरह परेशान हैं, इस विषय को भी प्रमुखता से उठाया गया। अब इसके सकारात्मक परिणाम दिखने शुरू हो गए हैं। पलवल से मानेसर तक का हिस्सा 53 किलोमीटर का है।

    इस हिस्से की मरम्मत का कार्य 49 करोड़ रुपये की लागत से शुरू कर दिया गया है। 53 किलोमीटर के हिस्से में से 40 किलोमीटर डैमेज है। इस तरह दोनों तरफ मिलाकर 80 किलोमीटर सड़क की मरम्मत का कार्य नौ अक्टूबर से शुरू कर दिया गया।

    हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (एचएसआइआइडीसी) ने एक साल के भीतर मरम्मत करने का लक्ष्य रखा था लेकिन प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने लोगों की परेशानी को देखते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि छह महीने के भीतर मरम्मत का कार्य पूरा होना चाहिए। निर्देशानुसार एचएसआइआइडीसी ने कार्य शुरू कर दिया है। कुछ जहां पर कम गड्ढे हैं वहां मरम्मत के साथ-साथ कारपेंटिंग भी शुरू कर दी गई है।

    मरम्मत होने पर रफ्तार में चल सकेंगे वाहन

    केएमपी एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है। हालात यह है कि कई-कई किलोमीटर तक वाहनों की स्पीड 50 से भी ऊपर नहीं पहुंच पाती है। स्पीड बढ़ाते ही तुरंत सामने गड्ढे आ जाते हैं। इससे हादसे होते हैं। मरम्मत कार्य शुरू होने से वाहन चालकों में खुशी का माहाैल है। लोग दैनिक जागरण का आभार प्रकट कर रहे हैं।

    सेक्टर-54 निवासी इंजीनियर अजमेर सिंह कहते हैं कि वह अक्सर केएमपी एक्सप्रेसवे गुजरते हैं। एक्सप्रेसवे पूरी तरह जर्जर है। रात में निकलने में डर लगता है। लाइट होती नहीं। कहां पर हादसा हो जाए, पता नहीं। कई बार शिकायत कर ली लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। दैनिक जागरण के आभारी हैं। काम शुरू हो गया।

    मानेसर निवासी अरविंद यादव कहते हैं कि अब पूरी उम्मीद है कि छह महीने में केएमपी एक्सप्रेसवे की तस्वीर बदल जाएगी। वह दैनिक जागरण के नियमित पाठक हैं। दैनिक जागरण ने लगातार एक्सप्रेसवे की बदहाली को उठाया।

    केएमपी एक्सप्रेसवे की तस्वीर पूरी तरह बदली जाएगी। पहले सड़क की मरम्मत आवश्यक है ताकि वाहन सही तरीके से चल सकें। मरम्मत का कार्य शुरू करवा दिया गया है। कहा गया है कि जितनी जल्द हो न केवल सभी गड्ढे भर दें बल्कि कारपेंटिंग का कार्य भी पूरा करें। यही नहीं अन्य सड़कों के गड्ढे भी जल्द भर दिए जाएंगे। इस दिशा मेें तेजी से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। - राव नरबीर सिंह, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री, हरियाणा