Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Gurugram Weather: गुरुग्राम में 9.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा तापमान, सुबह-शाम बढ़ी ठिठुरन

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 12:14 PM (IST)

    गुरुग्राम में न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, जिससे सुबह और शाम को ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंडी हवाएं चलने का अनुमान है और 2 दिसंबर तक मौसम साफ रहेगा। तापमान में गिरावट रबी फसलों के लिए अनुकूल है, जिससे किसानों को राहत मिली है।

    Hero Image

    जागरण संवादाता, गुरुग्राम। जिले में अब मौसम बदल गया है। रात के पारे के साथ ही दिन का तापमान भी लुढ़क गया है। बुधवार को न्यूनतम तापमान गिरकर 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे सुबह और शाम के समय ठिठुरन काफी बढ़ गई। हालांकि दिन में हल्की धूप निकलने से अधिकतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन हवा में ठंडक बनी रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक ठंडी हवाएं चलने का क्रम जारी रहेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पूर्वानुमान के मुताबिक दो दिसंबर तक मौसम साफ रहने की संभावना है। वहीं एक दिसंबर को आसमान में आंशिक बादल छा सकते हैं, जिससे रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। फिलहाल किसी भी तरह के वर्षा के संकेत नहीं हैं। बदलते मौसम के चलते सुबह के समय कोहरा भी छाने लगा है, जिससे विजिबिलिटी में हल्की कमी दर्ज की गई।

    रबी फसलों के लिए अनुकूल हुआ मौसम

    इधर, तापमान में गिरावट और साफ मौसम से रबी फसलों को फायदा हो रहा है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान मौसम गेहूं, जौ, चना और सरसों की बढ़वार के लिए अनुकूल है। ठंडी हवाओं और नियंत्रित नमी से फसलों में रोग लगने की संभावना कम रहती है।

    किसानों ने भी खेतों में सिंचाई और खाद की शुरुआती तैयारियां शुरू कर दी हैं। मौसम अनुकूल रहने पर आगामी सप्ताह में फसलों की स्थिति और बेहतर होने की उम्मीद है। सर्दी की बढोतरी जहां आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है, वहीं यह किसानों के लिए राहत का मौसम साबित हो रहा है।

    यह भी पढ़ें- ग्रेप-3 की पाबंदियां हटने से बहादुरगढ़ के लोगों को मिली राहत, पर इन बातों का रखना होगा ध्यान

    यह भी पढ़ें- Late Trains: दिल्ली में और बढ़ेगी ठंड, कोहरे की दस्तक से लेट चल रही कई ट्रेनें; खतरनाक स्तर पर AQI