आंखों में जलन और गले में खराश, गुरुग्राम में खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI; डॉक्टर ने दी ये सलाह
गुरुग्राम और मानेसर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है। गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 364 दर्ज किया गया, जबकि मानेसर में यह 343 तक पहुंच गया। वि ...और पढ़ें
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गुरुग्राम वायु गुणवत्ता बेहद खराब। जागरण
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम और मानेसर में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 364 दर्ज किया गया, जबकि मानेसर में यह 343 तक पहुंच गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह स्तर बहुत खराब श्रेणी में आता है, जिसमें सांस की बीमारियों, आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायतें तेजी से बढ़ जाती हैं।
शहर में बढ़ती धूल और वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण की मुख्य वजह बन रहा है। कई इलाकों में निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है, जहां खुले में मलबा पड़ा है और बिना ढके सामग्री ट्रांसपोर्ट की जा रही है। इसके साथ ही सड़कों की खस्ताहाल स्थिति से उड़ती धूल हालात को और बिगाड़ रही है। सुबह और शाम के समय स्माग की चादर साफ नजर आ रही है, जिससे दृश्यता भी प्रभावित हो रही है।
हवा चली, पर राहत नहीं मिली
दिन में कुछ समय के लिए हल्की हवा चली, लेकिन इससे प्रदूषण से कोई खास राहत नहीं मिली। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक हवा की रफ्तार लगातार तेज नहीं होती और प्रदूषण के स्रोतों पर सख्ती नहीं की जाती, तब तक हालात में सुधार मुश्किल है। मौसम विभाग के अनुसार, तापमान में गिरावट और नमी बढ़ने से प्रदूषक कण हवा में लंबे समय तक बने रहते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। अनावश्यक बाहर निकलने से बचने, मास्क का इस्तेमाल करने और घरों में एयर प्यूरीफायर या वेंटिलेशन का ध्यान रखने की जरूरत बताई जा रही है।

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