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    सात पुलिस वालों को बना चुके थे शिकार, पुलिसकर्मियों को धमकाकर ठगने वाले फर्जी विजिलेंस अधिकारी गिरफ्तार

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 10:23 PM (IST)

    गुरुग्राम पुलिस दो लोगों को विजिलेंस अधिकारी बनकर पुलिसकर्मियों से वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी पुलिसकर्मियों को डरा-धमकाकर उनसे पैसे ऐंठते थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

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    एक आरोपित नेपाल और दूसरा आरोपित हरियाणा के चरखी दादरी का रहने वाला। जागरण

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। फर्जी विजिलेंस अधिकारी बनकर पुलिसकर्मियों से वसूली करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। पिछले महीने गुरुग्राम के सेक्टर-50 थाना क्षेत्र में एक पुलिसकर्मी से वसूली की कोशिश के मामले की जांच करते हुए सेक्टर-40 क्राइम ब्रांच की टीम ने दोनों आरोपियों को मंगलवार रात धर दबोचा।

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    इन्हें अलग-अलग जगहों से पकड़कर लाया गया और पूछताछ के बाद सेक्टर-40 से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान चरखी दादरी के रानीला गांव के दीपक और नेपाल के काठमांडू के रहने वाले नितिन कुमार के रूप में की गई।

    पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 16 अक्टूबर को महफिल गार्डन रेड लाइट पर बतौर जोनल अधिकारी तैनात पुलिसकर्मी ने सेक्टर-50 थाने में केस दर्ज कराया था। इसमें उन्होंने कहा था कि 15 अक्टूबर की शाम जब वह ड्यूटी पर थे, इसी दौरान ग्रे रंग की एक बेलेनो कार आकर रुकी। कार में सवार दो व्यक्तियों ने अपना परिचय विजिलेंस अधिकारी के रूप में कराया और इन्हें पुलिस बूथ में ले गए।

    बूथ में दोनों व्यक्तियों ने कहा कि उनके खिलाफ शिकायतें हैं। इसके बाद दोनों उनसे साढ़े सात बजे वाॅट्सएप काॅल करने और 50 हजार रुपये भेजने की धमकी देकर चले गए। जाते-जाते दोनों ने पांच हजार रुपये भी मांगे। हालांकि, पुलिसकर्मी ने रुपये देने से इनकार कर दिया। रुपये न देने पर दोनों आरोपियों ने रात को इनके पास धमकी भरा वीडियो भेजा।

    केस दर्ज होने के बाद सेक्टर-40 क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले की जांच करते हुए नितिन और दीपक को मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि नितिन मूल रूप से दिल्ली के नांगलोई का रहने वाला है और कई सालों से काठमांडू में रह रहा है। वहीं दीपक गुरुग्राम के सेक्टर 10 में रह रहा था।

    करीब दो साल पहले दीपक नेपाल गया था। जहां आपस में इनकी मुलाकात हुई थी। दीपक प्रापर्टी डीलिंग का काम करता है तथा नितिन किसी वारदात को अंजाम देने के लिए कभी-कभी भारत आता था। दीपक की गाड़ी में सवार होकर ये दोनों मिलकर किसी पुलिसकर्मी को टारगेट करते थे और उसे अपना परिचय विजिलेंस अधिकारी के रूप में कराते हुए उनके खिलाफ शिकायत होने की बात कहकर धमकी देकर उनसे रुपए लिए जाते थे।

    आरोपी नितिन अभी अक्टूबर 2025 में भारत आया था, उसके बात इन्होंने मिलकर इस मामले में पुलिसकर्मी से रुपये वसूलने की कोशिश की थी। दोनों आरोपियों ने इस प्रकार से दिल्ली समेत एनसीआर में सात घटनाओं की जानकारी दी।

    जांच में पता चला कि इनके खिलाफ दिल्ली के तिलक मार्ग, लाजपत नगर, नोएडा, गुरुग्राम के सेक्टर 50 थाने में कई केस दर्ज हैं। दोनों आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल बलेनो कार बरामद की है। इन्हें रिमांड पर लेकर घटनाओं व गिरोह के अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जाएगी।

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