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    पाकिस्तान के रास्ते दीपक नांदल गिरोह तक पहुंच रहे हथियार, एसटीएफ की जांच में बड़ा खुलासा

    Updated: Sun, 02 Nov 2025 07:32 PM (IST)

    एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के रास्ते दीपक नांदल गिरोह तक हथियार पहुंच रहे हैं। इस खुलासे से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और गिरोह पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही हैं। एसटीएफ गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।

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    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। विदेश से बैठकर गुरुग्राम समेत हरियाणा, पंजाब व उत्तर प्रदेश में दहशत फैला रहे दीपक नांदल गिरोह को पंजाब के सप्लायर हथियार उपलब्ध करा रहे हैं। इन हथियारों से ही गैंग के गुर्गों ने हाल के महीनों में गुरुग्राम और आस-पास के शहरों में कई वारदात को अंजाम दिया। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, बीते दिनों पकड़े गए दीपक नांदल गिरोह के शूटरों के पास से जिन हथियारों की बरामदगी की गई, वे फाॅरेन मेड हैं और भारत में बैन हैं।

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    गैंग के बदमाशों नरेंद्र और मोहित को पकड़ा

    सूत्रों से पता चला है कि पंजाब के सप्लायर पाकिस्तान के रास्ते हथियार मंगवा रहे हैं और हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश के गिरोहों को सप्लाई कर रहे हैं। एसटीएफ सेंट्रल गुरुग्राम की टीम ने शनिवार को राजस्थान के अनूपगढ़ जिले से दीपक नांदल गिरोह के मुख्य शूटर अनूप सोनी को गिरफ्तार किया। इससे एक सप्ताह पहले एसटीएफ टीम ने गैंग के बदमाशों नरेंद्र और मोहित को पकड़ा था।

    पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिलीं

    ये तीनों शूटर 18 सितंबर की रात गुरुग्राम के सेक्टर-45 स्थित एमएनआर बिल्डर्स कंपनी के आफिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग में शामिल रहे। अनूप सोनी गुरुग्राम के अलावा करनाल में हुई फायरिंग में भी शामिल रहा। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार पकड़े गए मुख्य शूटर अनूप सोनी से पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं।

    पता चला है कि दीपक नांदल ही गैंग के गुर्गों को हथियार उपलब्ध कराता है। बेहद ही गुप्त तरीके से गुर्गों के लिए हथियार उपलब्ध कराए जाते हैं। किसी भी शूटर को उसे हथियार उपलब्ध कराने वाले के बारे में जानकारी नहीं मिलती।

    किस तरह सप्लायर से शूटर तक पहुंचते हैं हथियार

    पूछताछ में पता चला कि दीपक नांदल ही हथियार सप्लायर के संपर्क में रहता है और ऑनलाइन तरीके से इसका ऑर्डर देता है। सप्लायर को ऑर्डर मिलने के बाद वह अपने गुर्गों को बताए गए स्थान पर हथियार रखने के लिए भेजता है। वहां एक निश्चित स्थान पर हथियार का पैकेट रखने के बाद फोटो खींचकर गुर्गे सप्लायर को भेजते हैं और सप्लायर दीपक नांदल को।

    इसके बाद दीपक नांदल अपने शूटरों को इसकी फोटो भेजता है और शूटर मौके से हथियार का पैकेट लेकर वारदात के लिए जाते थे। यह भी पता चला है कि शूटरों को वारदात के बाद अपने पास हथियार नहीं रखने के आदेश भी दीपक नांदल से मिले थे। वारदात के बाद शूटर उन हथियारों को बताए गए स्थान पर रखकर चले जाते थे। दीपक नांदल के इशारे पर गिरोह के अन्य गुर्गे उन हथियारों को अपने पास रखते थे।

    ऑटोमेटिक पिस्टल कर रहे थे इस्तेमाल

    एसटीएफ के अनुसार पकड़े गए शूटरों के पास से चार पिस्टल बरामद हुई हैं। ये शूटर फाॅरेन मेड पिस्टल का इस्तेमाल कर रहे थे। ये हथियार भारत में बैन हैं। इन हथियारों को दीपक नांदल ने पंजाब के सप्लायरों से मंगवाया था। इस एक पिस्टल की कीमत चार से पांच लाख रुपये बताई गई है। गुरुग्राम में हुई पिछली कई वारदात में इन्हीं पिस्टल का इस्तेमाल किया गया।

    गुरुग्राम के तीन मामलों में नांदल का आया था नाम

    एसटीएफ के अनुसार जुलाई 2025 में दीपक नांदल के कहने पर उसके साथियों ने गुरुग्राम में गायक राहुल फाजिलपुरिया पर गोली चलाई थी। उसके बाद अगस्त 2025 में गुरुग्राम में रोहित शौकीन नाम के प्रापर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

    सितंबर 2025 में गुरुग्राम के सेक्टर-45 में एमएनआर बिल्डर कंपनी के ऑफिस पर 25 से 30 गोलियां चलाई गई थीं। इंटरनेट मीडिया पर दीपक नांदल ने इन घटनाओं की जिम्मेदारी लेने का दावा किया था। दीपक नांदल ने अपने शूटरों से 29 अक्टूबर को करनाल के अल्फा सिटी स्थित यूनिसेस कंपनी के आफिस पर भी 50 से 60 गोलियां चलवाई थीं।

    यह भी पढ़ें- गुरुग्राम-करनाल शूटआउट में बड़ी कामयाबी, दीपक नांदल गैंग का मुख्य शूटर गिरफ्तार