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विवादित जमीन पर थाना का घेराव किया तो पुलिस ने रुकवाया निर्माण कार्य

शहर की विवाद जमीन को लेकर शहर के अनेक लोगों ने थाना का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 07:40 AM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 07:40 AM (IST)
विवादित जमीन पर थाना का घेराव किया तो पुलिस ने रुकवाया निर्माण कार्य

संवाद सूत्र, रतिया : शहर की विवाद जमीन को लेकर शहर के अनेक लोगों ने थाना का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में अशोक गर्ग, व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमन जैन, शैलर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश जिदल, अमृत पाल काका, ओमप्रकाश खाई, दर्शन लाल, पाल कुमार सहित अनेक लोग शामिल थे। इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि शहर की एक विवादित जमीन पर हाईकोर्ट द्वारा यथास्थिति का आदेश दिया हुआ है। उसके बावजूद भी राजस्व विभाग द्वारा उसकी रजिस्ट्री व इंतकाल किए जा रहे है। विवादित जमीन के अतिरिक्त अन्य जमीन पर कब्जा किए जाने की शिकायत पुलिस को दिए हुए कई दिन बीत गए है। लेकिन पुलिस मामले का दबा रहा था। इसी को लेकर वे पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने थाना पहुंच है। इस दौरान पुलिस ने शहर के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों को शांत कराया। उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं एसएचओ जय भगवान विवादित जमीन का मुआयना करने पहुंचे। उन्होंने निर्माण कार्य को रुकवा दिया तथा संबंधित लोगों को जमीन के दस्तावेज सहित तलब कर लिया। शहर थाना में पहुंचे वीरभान बंसल ने बताया कि उसने अपनी पत्नी राजरानी तथा उसकी चाची ने 10 कनाल जमीन गुरुदेव कौर व हरदेव सिंह से खरीदी थी तथा 6 कनाल 10 मरले भूमि जोगिद्र सिंह व नछत्तर सिंह से 1997 में खरीद की थी। इस जमीन का इंतकाल भी उसकी पत्नी व चाची के नाम दर्ज हो चुका है। उन्होंने बताया कि बाद में मलकीत सिंह के वारिसों ने उपरोक्त तबादला को दीवानी न्यायालय में 2004 में चैलेंज कर दिया था, उसमें दीवानी न्यायालय ने वर्ष 2009 में परमजीत के पक्ष में कर दिया था। इसकी अपील सेशन कोर्ट द्वारा 2012 में खारिज हो गई थी। उन्होंने बताया कि सेशन कोर्ट में मामला खारिज होने के बाद अब हाईकोर्ट में विधिवत रूप से स्टेटस-को आदेश चल रहा है। उन्होंने बताया कि पंजाब एंड हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा स्टेटस-को दिए जाने के बावजूद भी गत 17 जुलाई 2021 को अंदर खाते एक ही दिन में रजिस्ट्री कर दी गई और उसका इंतकाल भी चढ़ा दिया गया। उन्होंने बताया कि हालांकि राजस्व विभाग ने अन्य रजिस्ट्रियों को पूर्ण तौर पर बंद किया हुआ है, मगर इस रजिस्ट्री को मिलीभगत के तहत ही किया गया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि संबंधित रजिस्ट्री के मामले को लेकर उन्होंने नामित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु जहां जिला उपायुक्त, पुलिस कप्तान व शहर थाना में शिकायत की हुई है, बल्कि अन्य अधिकारियों को भी शिकायत भेजी थी। उन्होंने बताया कि शिकायत दिए जाने के बावजूद भी आज कुछ लोग न केवल विवादित जमीन पर कब्जा कर निर्माण कर रहे हैं, बल्कि इसके साथ उनकी अन्य जमीन पर भी कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में पुलिस को कार्रवाई करने के लिए शिकायत दी थी, मगर कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते सैकड़ों प्रबुध्दजनों के साथ शहर थाना में पहुंचे थे।

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क्या कहते हैं थाना प्रभारी :

शिकायतकर्ता व शहर के अन्य प्रतिनिधियों ने निर्माण कार्य की सूचना दी थी, जिसके चलते वह स्वयं मौके पर जाकर निर्माण को रुकवा दिया था और उनको दस्तावेज सहित बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि जमीन का आपसी मामला है, जिसकी जांच करवाई जाएंगी, मगर कानून व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए वहां पुलिस भी तैनात कर दी है।

जय भगवान शर्मा, एसएचओ, थाना शहर रतिया।


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