Haryana: मानसून की आहट से घबराए शहरवासी, जलभराव से होगी समस्याएं; अधिकारी समय पर पूरा नहीं कर सके प्रोजेक्ट
Haryana News हरियाणा के टोहाना में मानसून की आहट से शहरवासी घबरा गए हैं। जल भराव होने से जहां कई क्षेत्रों में बरसाती पानी घरों व दुकानों में घुसने से सामान नष्ट हो जाता है वहीं यातायात भी अवरुद्ध हो जाता है। जबकि जलभराव के कारण लोगों को अपने कारोबार बंद करने को मजबूर होना पड़ता है। यह समस्या टोहाना वासी पिछले लंबे समय से झेलते आ रहे है।

टोहाना, सतभूषण गोयल: जून-जुलाई के माह में मानसून की आहट से ही टोहानावासियों को विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की समस्या का भय सताने लग गया है। जल भराव होने से जहां कई क्षेत्रों में बरसाती पानी घरों व दुकानों में घुसने से सामान नष्ट हो जाता है, वहीं यातायात भी अवरुद्ध हो जाता है।
जबकि टोहाना क्षेत्र में सीवरेज व्यवस्था ठप होने से सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर फैलने से वातावरण में बदबू का आलम छा जाता है। जबकि जलभराव के कारण लोगों को अपने कारोबार बंद करने को मजबूर होना पड़ता है।
यह समस्या टोहाना वासी पिछले लंबे समय से झेलते आ रहे है। इस बार बेशक जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा बरसाती पानी की निकासी को लेकर रंगोई नाले तक लगभग 11 किलोमीटर बड़ी-बड़ी पाइपें डाली गई है, लेकिन टोहाना वासियों को डर है कि कहीं इस बार फिर उन्हें जलभराव की समस्या को झेलना पड़े।
मिलन चौक, बरसाती पानी से बन जाती है झील
मिलन चौक जोकि चंडीगढ़ रोड व हिसार रोड को शहर से जोड़ने वाला एक मुख्य मार्ग है। बरसात के दिनों में मिलन चौक निकासी प्रबंधों को लेकर झील का रुप ले लेता है, इससे ना केवल यातायात प्रभावित होता है, वहीं इस क्षेत्र के अनेक घरों में यह बरसाती पानी घुसने से बहुत अधिक नुकसान पहुंचाता है।
जबकि इस क्षेत्र का कारोबार भी ठप होने से दुकानदार हर वर्ष इस बरसाती पानी की निकासी की पीड़ा को झेलने के लिए मजबूर हो जाते है। यह समस्या ना केवल मिलन चौक वासियों के लिए ही नहीं बल्कि रामनगर व पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्रवासियों के लिए भी प्रतिवर्ष बरसात के दिनों में नासूर बन जाती है।
क्या टोहानावासियों को 37 करोड़ रूपये की निकासी योजना से मिलेगी राहत
लगभग आठ वर्ष पूर्व इस मार्ग पर स्थापित कक्कड़ अस्पताल के संचालकों ने भी बरसाती पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध ना होने के कारण उसे न्यू गुप्ता कालोनी में तबदील करना पड़ा। जबकि 6 वर्ष पूर्व गोयल सेनेटरी स्टोर सहित कई संस्थान यहां से पलायन कर अन्य क्षेत्रों में अपना कारोबार जमाए हुए है। जबकि क्षेत्रवासी इस इंतजार में है कि कब उनके क्षेत्र से यह समस्या जड़-मूल से समाप्त हो।
जबकि मौजूदा विधायक व कैबिनेट मंत्री देवेंद्र बबली के प्रयासों से शहर के बरसाती पानी की निकासी के लिए 37 करोड़ रुपये की निकासी योजना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जबकि निकासी के लिए जमीन में डाली गई पाइपों की भी टेस्टिंग हो चुकी है। अब देखना है कि इस निकासी योजना से टोहाना क्षेत्रवासियों को पूरी तरह से जलभराव की समस्या से निजात मिल सकेगी।
यहां होता है जलभराव
टोहाना क्षेत्र में बरसात के दिनों मे रतिया रोड, चंडीगढ़ रोड, कैंची चौक, हिसार रोड, बस स्टैंड, नागरिक अस्पताल, हिसार रोड बाईपास, मिलन चौक, रामनगर, पुरानी सब्जी मंडी, गुप्ता कालोनी, रेलवे रोड, पुरानी तहसील रोड, जमालपुर रोड, भूना रोड, डांगरा रोड, प्रेम नगर, अंडरब्रिज आदि।
रतिया रोड व साथ लगती गलियों में बरसाती पानी भर जाता है। उनके द्वारा अपनी-अपनी दुकानों को ऊंचे उठाने के बावजूद भी बरसाती पानी उनकी दुकान में घुस जाता है। जिससे उनका सामान खराब होने के साथ-साथ कारोबार तक ठप हो जाता है। - सोनू मितल टोहानावासी।
बरसात के दिनों में रतिया रोड पर बरसाती पानी लोगों के लिए कहर बन जाता है। जिसके कारण उनके मकानों व दुकानों में सेम आने से क्षतिग्रस्त होने का भय बना रहता है। बरसाती पानी उनके भवनों की नींवों में चला जाता है।
जबकि बरसाती पानी साथ लगती गलियों में खड़ा रहने के कारण इस क्षेत्र में मच्छरों की भरमार हो जाती है, जोकि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों को जन्म देकर मौत का कारण भी बन जाती है। वहीं निकासी प्रबंध दुरुस्त ना होने के कारण सीवरेज का गंदा पानी भी ओवरफ्लों होकर सड़कों पर फैल जाता है, जिससे वातावरण में बदबू फैल जाती है। - राजेश जैन, टोहानावासी।
बरसात के दिनों में मिलन चौक का क्षेत्र नरक के समान बन जाता है। जिसके कारण लोगों का इस मार्ग से आना-जाना भी बंद हो जाता है। जबकि इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन इस मार्ग में बने अनेक गड्ढो के कारण हादसों का शिकार बन जाते हैं। इस मार्ग पर सरकारी कन्याओं का स्कूल, गुरु रविदास सत्संग भवन, बड़ी हनुमान मूर्ति धर्मशाला व शिक्षण संस्थान मौजूद है। - विनोद महक, न्यू महक ब्यूटी पार्लर
मिलन चौक से रामनगर, शहीद इंद्रजीत सिंह मार्ग पर बरसाती पानी जमा होने के बाद अनेक वाहन हादसे का शिकार बन जाते हैं। जबकि रात के समय अंधकार के दौरान भी हादसे होने का भय बना रहता है। बरसाती पानी दुकानों के साथ-साथ घरों में दाखिल होकर कीमती सामान को नष्ट कर देता है। - राजीव शर्मा, शिक्षक
सभी सीवरेज लाईनों की साफ-सफाई करवाई गई
मानसून आने से पहले ही रतिया रोड, मिलन चौक सहित शहर के अन्य क्षेत्रों से बरसाती पानी निकासी को लेकर सभी सीवरेज लाईनों की साफ-सफाई करवा दी गई है। वहीं सरकार द्वारा लगभग 36 करोड रुपये से तैयार की गई निकासी योजना का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
इसलिए इस बार मानसून की बरसात के बाद बरसाती पानी की निकासी का कार्य पूरी तरह से हो जाएगा। बेशक विभाग द्वारा विद्युत आपूर्ति के लिए हाट लाइन भी दी गई है, उसके बावजूद इस बार शहर में जलभराव की समस्या नहीं रहेगी। - मंदीप सिंह, एसडीओ, जन स्वास्थ्य विभाग टोहाना।
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